उत्तराखंड में फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी पाने के कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से कईयों को तो नौकरी से बाहर निकाल कर के घर बैठा दिया गया है ताजा मामला नैनीताल जिले का है जहां फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर दो ग्रामीण सेवकों ने नौकरी पाई थी। जिनको अब नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों को डेढ़ महीने पहले ही नियुक्ति के तहत भीमताल क्षेत्र में तैनाती मिली थी। नियमानुसार विभाग ने
इनके प्रमाण पत्रों की जांच कराने के लिए हरियाणा बोर्ड के पास जांच के लिए भेजा। हरियाणा बोर्ड ने डेढ़ महीने बाद जांच कर सूचना दी कि जो प्रमाण पत्र जांच के लिए भेजे गए हैं, वो नकली हैं। मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए डाक सेवा विभाग ने दोनों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।
डाक विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दोनों सेवकों को स्थाई नियुक्ति मिलने तक हर महीने ₹12000 का वेतन दिया जाना सुनिश्चित किया गया था।
प्रवर डाक अधीक्षक नैनीताल, कंचन सिंह चौहान का कहना है कि दोनों डाक सेवकों को को बर्खास्त कर दिया गया है तथा मामले की गंभीरता को देखते हुए FIR दर्ज कराने की भी कार्रवाई की जा रही है।