जिस स्टिंग को लेकर हरीश रावत की सरकार गई थी अब हरीश रावत उसी सिंह को लेकर हमलावर होते हुए नजर आ रहे हैं। 2016 में हुए स्टिंग के बाद उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लग गया तो उसी स्टिंग को लेकर हरीश रावत ने नया प्लान बनाया है। हरीश रावत का भरोसा है कि उनका ये कदम सारी सच्चाई को बाहर ले कर आएगा। स्टिंग के बाद हरीश रावत पर बीजेपी ने लगातार हमले करके उनकी छवि पर और उनकी सोच पर सवाल उठाए । अब हरीश रावत भी इन सबसे पीछा छुड़ाने की नई तरकीब लाए हैं। हरीश रावत ने कहा है आज CBI की माननीय कोर्ट में हमें CBI द्वारा दिए गए नोटिस का जवाब दायर करना है। खैर यह सब एक न्यायिक प्रक्रिया है। न्याय की विभिन्न आवश्यकताओं के अनुसार ही हम अपने जवाब दायर करेंगे। मगर उससे पहले मुझे एक अर्जी गोलज्यू, घंडियाल और कचडू देवता तथा नर सिंह देवता के दरबार के साथ -साथ उत्तराखंड की जनता-जनार्दन के दरबार में भी लगानी है । मैं आपके पास उस तथाकथित स्टिंग का जिसके आधार पर सरकार गिराई गई और पूरा तूफान खड़ा किया गया उसको अपनी फेसबुक पेज पर रविवार के दिन आप सबके साथ साझा करूंगा। मेरा इतना ही आपसे निवेदन है कि उसके एक-एक शब्द को, मुझसे कही गई बातों, मेरे जवाब आदि का जरूर विश्लेषण करें और उसमें यह जरूर देखें कि मैंने कहां और क्या अपराध किया है जिसके लिए एक निर्वाचित सरकार को गिराया गया था।माननीय सीबीआई की कोर्ट में जो भी आदेश माननीय न्यायधीश का होगा हम सर झुकाकर स्वीकार करेंगे। मगर आपकी अदालत में , जनता की अदालत में , गोलज्यू, घडियाल, कचडू देवता और नर सिंह देवता की अदालत में भी मैं अपना पक्ष रखूंगा। जिसको लेकर के इतना बड़ा तूफान खड़ा किया गया। जिस स्टिंग को लेकर के सरकार बर्खास्त की गई यद्यपि कई शब्दों के साथ छेड़छाड़ के बावजूद भी यदि पूरे कथानक को देखने और सुनने के बाद यदि आपको लगता है कि मैंने धन का आदान-प्रदान किया है, विधायकों की खरीद-फरोख्त की है या कोई लेन-देन किया है या कोई ऐसी गलती की है। जो दंडात्मक अपराध की श्रेणी में आता है, तब तो उत्पीड़न समझ में आता है वरना इस बात पर जरूर विवेचन करें कि क्यों भारतीय जनता पार्टी और उसकी केंद्र सरकार मेरा उत्पीड़न करने में अपनी सारी शक्ति लगा रही है।