शिक्षा महकमे में भी आए दिन कुछ न कुछ अजीबोगरीब कारनामे होते रहते हैं। पौड़ी से एक तुगलकी फरमान वाला मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार की नीतियों और खासकर शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत पर व्यंग लिखने के आरोप में शिक्षा विभाग ने राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा के खिलाफ जांच बैठा दी है। मामला इतने पर भी शांत नहीं हुआ बल्कि जांच पूरी होने तक बहुगुणा के वेतन पर भी रोक लगा दी गई है।
अधिकारी भी इस मामले में फूंक -फूंक कर कदम रख रहे हैं क्योंकि मामला शिक्षा मंत्री से जुड़ा हुआ है।
शिक्षा मंत्री के एक समर्थक ने 10 जुलाई को पूर्व शिक्षक नेता बहुगुणा के खिलाफ सीईओ डॉ आनंद भारद्वाज से शिकायत की थी।जिस पर सीईओ ने तत्काल ही beo. संजय कुमार को जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए बहुगुणा के वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिए।बुधवार को शिक्षक बहुगुणा को कार्यालय में बुलाकर बयान भी दर्ज करवाए गए हैं। शिक्षक बहुगुणा वायुसेना में सैनिक भी रह चुके हैं। वर्तमान में बहुगुणा पौड़ी के जीआईसी मुंडेश्वर विद्यालय में राजनीतिक विज्ञान के प्रवक्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं।
बहुगुणा शिक्षा विभाग में मिर्ची बाबा के रूप में मशहूर हैं। समसामयिक मुद्दों पर वो अक्सर व्यंग लिखते रहते हैं। इस वजह से पूर्व डीजी-शिक्षा आलोक शेखर तिवारी के कार्यकाल में भी उन्हें नोटिस जारी किया जा चुका है। बहुगुणा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि व्यंग्य साहित्य की एक विधा है। इसकी रचना वह कार्यालय अवधि के बाद ही करते हैं।