उत्तराखंड पुलिस जल्द ही गोवा,केरल तथा कुछ अन्य प्रदेशों की पर्यटन पुलिस के तर्ज पर उत्तराखंड में भी पर्यटन पुलिस के गठन के लिए प्रस्ताव शासन को भेजेगी। अभी उत्तराखंड पुलिस पर्यटन पुलिस के ढांचे के लिए इन प्रदेशों की पुलिस का अध्ययन कर रही है।
उत्तराखंड पर्यटन प्रदेश है:
पर्यटन पुलिस को उन शहरों में स्थायी पोस्टिंग दी जाएगी, जहां वर्षभर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। यहां पर बहुत से शहर ऐसे हैं जहां पर सालभर पर्यटन और तीर्थाटन के लिए लोग आते हैं। इनसे संवाद स्थापित करने और परेशानियों को दूर करने के लिए पर्यटन पुलिस की जरूरत पर बल दिया जा रहा है।
अध्ययन कर रही है उत्तराखंड पुलिस:-
पिछले साल पर्यटन मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए सभी राज्यों को अपने यहां सशक्त पर्यटन पुलिस का गठन करने को कहा गया था। इसके लिए उत्तराखंड पुलिस केरल और गोवा पुलिस के ढांचे का अध्ययन कर रही है।जिससे कि आने वाले समय में उत्तराखंड में भी पर्यटन पुलिस का गठन किया जा सके। पुलिस विभाग द्वारा जल्दी ही शासन को पर्यटन पुलिस के ढांचे के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। शासन से मंत्रणा के बाद ही यह तय होगा कि ढांचा कितना बड़ा होगा। पर्यटन पुलिस के लिए अलग से सिलेबस भी तैयार किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का ट्रेनिंग मोड्यूल भी इसी तरह से तय किया जाएगा कि उससे उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
राज्य में हर वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान अस्थायी पर्यटन पुलिस चौकियों को स्थापित किया जाता है। इस वर्ष चारधाम यात्रा की शुरुआत में 100 पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में ट्रेनिंग दी गई थी। पुलिस के इन जवानों को विभिन्न राज्यों की भाषा भी पढ़ाई गई थी। ताकि, दूसरे राज्य के लोगों से संवाद आसानी से स्थापित किया जा सके।
उत्तराखंड के इतिहास, भूगोल की जानकार होगी पर्यटन पुलिस:-
पुलिस केवल पर्यटकों की कानून व्यवस्था के तहत ही मदद नहीं करेगी बल्कि उनकी गाइड की तरह मदद की जाएगी। इसके लिए पुलिसकर्मियों को राज्य के इतिहास, भूगोल की जानकारी भी दी जाएगी। उन्हें यहां के महत्वपूर्ण स्थलों, मंदिरों आदि के बारे में बारीकी से बताया जाएगा।