UPCL-URJA NIGAM ने प्रदेश के अपने लगभग 27 लाख ग्राहकों की जेब में डाका डाला है। प्रदेश में फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट के नाम पर प्रति यूनिट 14 से 52 पैसे प्रति यूनिट बढ़ा दी है। यानी अब राज्य में जुलाई से सितंबर महीने तक के लिए इस चार्ज के नाम पर बिजली का बिल बढ़कर आना तय हो गया है।
यहां यह बताते चलें कि पिछले तीन महीने यानी अप्रैल से जून महीने में फ्यूल चार्ज पूरी तरह मार्फ था।अब तीन माह के लिए फ्यूल चार्ज में बढ़ोतरी कर दी गई है जिससे घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को हर महीने लगभग 36 से 144 रुपये अधिक देने पड़ेंगे। इस संबंध में UPCL की ओर से जारी आदेश में कहां गया है कि गैस और कोयले से चलने वाले पॉवर प्लांट की बिजली महंगी होने के कारण फ्यूल सरचार्ज बढ़ाया गया है। नए वित्तीय वर्ष से UPCL द्वारा गैस व कोयले से बनने वाली बिजली महंगी होने के कारण हर तीन महीने में फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट करने की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था के चलते अब कृषि कार्यों के लिए भी अतिरिक्त विद्युत बिल देना होगा। वाणिज्यिक उपभोक्ताओं से 52 पैसे, / सरकारी विभागों से 49 पैसे, निजी ट्यूबवेलों से 16 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से अतिरिक्त फ्यूल चार्ज वसूला जाएगा। कृषि कार्यों के बिजली बिलों में भी 22 पैसे चार्ज लिया जाएगा। तीन महीने बाद अक्टूबर में भी यह दरें फिर से संशोधित की जाएंगी।
नई बढ़ी हुई दरों से 100 यूनिट तक प्रतिमाह बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को 36 रुपये, 200 यूनिट तक के बिलों पर 72 रुपये, 300 यूनिट पर 108 रुपये, 400 यूनिट पर 144 रुपये व 500 यूनिट पर 180 रुपये अतिरिक्त बिजली बिल देना होगा।
जुमला हुआ साबित
पहले विद्युत उपभोक्ता सामान्य बल्बों का प्रयोग करते थे, परंतु देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने इन बल्बों के मुकाबले 4 से 5 गुणा अधिक महंगे CFL बल्ब लगाने ने पर बिजी के खर्च में कटौती होगी ऐसी बात कही थी। परंतु देखा जा रहा है कि बिजली का बिल का कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है।