स्वास्थ्य विभाग में समायोजन की मांग को लेकर पिछले डेढ़ माह से धरने पर बैठे कोविड कर्मचारियों के समर्थन में आज पर्वत जन फाउंडेशन के कार्यकर्ता पहुंचे और सरकार से शीघ्र नियुक्त की मांग की।
पर्वतजन फाउंडेशन ने पिछले 5 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठी दो महिला कोरोना वारियर्स की गिरती सेहत के प्रति भी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने तत्काल स्वास्थ्य विभाग से बात कर स्वास्थ्य परीक्षण हेतु कहा।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी अनशनकारियों के स्वास्थ्य में काफी गिरावट दर्ज की है।
पर्वतजन फाउंडेशन के संयोजक शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि राजस्थान जैसे अन्य राज्यों में कोरोना काल के कर्मचारियों को विभाग में समायोजित कर दिया गया है। लेकिन उत्तराखंड में लंबे समय से कोरोना वारियर आंदोलन कर रहे हैं।
सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि यदि सरकार जल्दी ही इनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तो उन्हें भी सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
पर्वत जन फाउंडेशन के शैलेंद्र सिंह गुसाई ने इस बात पर आक्रोश व्यक्त किया कि तमाम जिलों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के पद खाली होने के बावजूद कोविड कर्मचारी नियुक्ति की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।
विनोद कोठियाल और राजेंद्र भट्ट ने बताया कि जल्दी ही इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात करके इनकी शीघ्र नियुक्ति के लिए पैरवी की जाएगी।
इस अवसर पर शिवप्रसाद सेमवाल, सुलोचना ईष्टवाल, शैलेंद्र गुसाईं, विनोद कोठियाल, राजेंद्र गोसाई तथा राजेंद्र भट्ट, राजेंद्र पंत आदि शामिल थे।