उत्तराखंड के लगभग सहित सभी शहरों में आवारा कुत्तों की दहशत लगातार बढ़ रही है। आए दिन कोई ना कोई किसी ना किसी शहर में इनका शिकार बनता है। परंतु प्रशासन की तरफ से इसके समाधान पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। इसका ताजा उदाहरण पौड़ी शहर से सामने आ रहा है, जहां कुत्तों के झुंड ने स्कूल जा रही है एक 5 वर्ष की बच्ची पर हमला कर दिया और उसके सिर व गर्दन समेत कई अंगों को बुरी तरह नोच डाला। वह तो शुक्र है कि वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति की नजर पड़ गई और उसने बच्ची को कुत्तों से छुड़ा लिया। कुत्तों के हमले में बच्चे की गर्दन की नस भी कट गई थी।बच्ची को फौरन जिला अस्पताल पौड़ी में प्रारंभिक विचार देने के बाद श्रीनगर बेस अस्पताल श्रीनगर रेफर कर दिया गया,जहां 3 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद बच्ची को जीवनदान मिल सका। अभी बच्ची अगले 10 दिन तक चिकित्सकों की निगरानी में रखी जाएगी। शहर में 1 माह के भीतर और कुत्तों के काटने से लगभग 10 घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
पौडी के न्यू बस अड्डा क्षेत्र रहने वाले वीरेंद्र बहादुर की 5 वर्षीय बेटी रजीना प्राथमिक स्कूल नगरपालिका की कक्षा 1 में पढ़ती है, जो उसके घर के पास ही है। सोमवार को सुबह रजीना जब अपने घर से स्कूल जा रही थी तब उसके घर से थोड़ी ही दूर कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला बोल दिया बच्ची की चीख सुनकर वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने स्थानीय लोगों की मदद से उसे कुत्तों से बचाया और आनन-फानन में जिला चिकित्सालय ले गए। चिकित्सा अधीक्षक डॉ बाला विजय बाबू ने बताया कि कुत्तों ने बच्ची के सिर और चेहरे के साथ अन्य अंगों पर भी गंभीर गांव कीए हैं, और गले की नस भी इस हमले में कट गई है ऐसे में ऑपरेशन करने के लिए उसे श्रीनगर बेस अस्पताल रेफर करना पड़ा।
जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान, एसएसपी श्वेता चौबे और नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने अस्पताल पहुंचकर बच्ची का हाल जाना।
नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने आवारा कुत्तों से निजात पाने के लिए नियमानुसार कठोर कदम उठाए जाने की बात कही। जिलाधिकारी डॉक्टर आशीष चौहान का कहना है की उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को निर्देशित किया गया है और इसके लिए जल्दी ही टास्क फोर्स गठित की जाएगी।