उत्तराखंड में लगातार बिगड़ते मौसम और बर्फबारी के चलते ट्रैकिंग करने वालों पर भी मुसीबतों का पहाड़ टूट रहा है। हाल ही में समुद्रतल से करीब 19 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित कालिंदी ट्रैक पर गए दल में शामिल एक गाइड की मौत होने की सूचना आई है।संबंधित ट्रैकिंग एजेंसी ने जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग से ट्रैक पर गए 14 सदस्यीय दल को सुरक्षित रेस्क्यू करने की मांग की है,इसकी सूचना आपदा प्रबंधन विभाग ने शासन को दे दी है।
उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मई माह के अंतिम सप्ताह में 14 सदस्यीय दल गंगोत्री से कांलिदी ट्रैक के लिए रवाना हुआ था। इस ट्रैक के बेस कैंप में पहुंचते ही बर्फबारी होने के कारण दल वहां पर फंस गया था। गंगोत्री पर्वत से यह ट्रैक बद्रीनाथ के लिए निकलता है जो कि विषम भौगोलिक परिस्थिति वाला ट्रेक है और बर्फबारी के समय बहुत ही संवेदनशील हो जाता है।
ट्रैकिंग एजेंसी की ओर से जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में एक गाइड की मौत की सूचना दी गई तथा अन्य सदस्य भी अभी वापस नहीं आ पाए हैं। ट्रैक पर गए ट्रैकर्स को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए ट्रैकिंग एजेंसी ने हेलीकाप्टर सेवा की मांग की । जिला आपदा प्रबंधन के मुताबिक अत्यधिक ऊंचाई पर प्राइवेट हेलीकॉप्टर नहीं जा सकते हैं, केवल सेना के हेलीकॉप्टर ही जा सकते है।जिसकी सूचना शासन को दे दी गई है।
जिला आपदा प्रबंधन के अनुसार रविवार को देर शाम यह सूचना प्रशासन के पास आई है। गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक पांडेय ने कहा कि बताया कि कांलिदी ट्रैक पर गाइड की मौत की सूचना मिली है जिसको मद्देनजर रखते हुए सोमवार को ट्रैकिंग एजेंसी के चार लोग रेस्क्यू के लिए रवाना कर दिये गये है।दूसरा दल मंगलवार सुबह रेस्क्यू के लिए रवाना होगा जहां ट्रैकर्स अभी भी फंसे हुए हैं।