अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर के अवसर पर पूरे देश में चल रहे ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के दौरान गैर सरकारी संगठन समर्पण सोसाइटी फॉर हेल्थ रिसर्च एंड डेवलपमेंट ने देहरादून जिले में बाल अधिकारों पर कार्य कर रही सरकारी एवं गैरसरकारी संस्थानों के साथ में एक समन्वय बैठक का आयोजन किया गया बैठक का मुख्य उद्देश्य कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन, यूएस के सहयोग से बच्चो के बाल अधिकारों एवं बाल संरक्षण के लिए चलाये जा रहे अभियान Access to Justice Phase 2 जिसे जनपद देहरादून एवं नैनीताल में गैरसरकारी समर्पण सोसाइटी द्वार संचलित किया जायेगा |
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती निरुपमा जे0जे बोर्ड ने कहा बाल विवाह की चुनौती का सामना करने के रास्ते में उल्लेखनीय प्रगति हुई है लेकिन बहुत कुछ बाकी है क्योंकि देश अभी उस टिपिंग प्वाइंट यानी उस बिंदु पर नहीं पहुंच पाया है जहां छोटे बदलावों और घटनाओं की श्रृंखला इतनी बड़ी हो जाती है जो एक बड़ा और आमूल परिवर्तन कर सकें। भारत में बाल विवाह की मौजूदा दर 23.3 प्रतिशत है और यूनीसेफ का अनुमान है कि अगर पिछले दस साल से हुई प्रगति जारी रही तो 2050 तक जाकर भारत में बाल विवाह की दर घट कर छह प्रतिशत पर आ पाएगी। यह एक परेशान करने वाला आंकड़ा है और इसका मतलब है कि 2023 से लेकर 2050 के बीच सात पीढ़ियों तक बाल विवाह का दंश बच्चों से उनका बचपन छीनता रहेगा।
समर्पण सोसाइटी के अध्यक्ष श्री विपिन पंवार जी द्वारा बताया गया कि गैर सरकारी संगठन देश के कोने-कोने के 288 जिलों में कार्यरत 160 संगठनों के साथ मिल कर स्थानीय और जमीनी स्तर पर बाल विवाह के खात्मे के लिए काम कर रहा है। समर्पण सोसाइटी द्वार भी 16 अक्तूबर 2023 बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की पहली वर्षगांठ पर बाल विवाह मुक्त भारत दिवस की तैयारियों में जुटी हैं। इस दिन उत्तराखंड राज्य के जनपद के सहसपुर ब्लाक में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रमों, मशाल जुलूस और बाल विवाह के खिलाप शपथ के माध्यम से संदेश दिया जाएगा साथ व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन बाल विवाह मुक्त भारत का खाका पेश करने वाली पुस्तक का लोकार्पण भी किया जायेगा इस अवसर पर उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. गीता खन्ना ने online conference के माध्यम से लोगो को संबोधित किया ,श्री गजेंदर नौटियाल समन्वयक बचपन बचाओ अभियान, बाल संरक्षण इकाई, जिला बाल कल्याण समिति , एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट , बचपन बचाओ आन्दोलन , सिटी चाइल्डलाइन , रेलवे चाइल्ड लाइन , जिला विधिक सेवा प्राधिकरण , पर्वतीय बाल मंच , श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम ,मैक आदि के प्रतिनिधि उपस्थित रहे साथ ही |