ऋषिकेश। आंदोलनकारी पंकज जुगलान छात्र जीवन से ही उत्तराखंड के लिए समर्पित हैं।
कुछ ही युवा होते हैं, जो प्रदेश के मुद्दों को लेकर जागरूक रहते हैं। इसी कड़ी में युवा नेता पंकज जुगलान ऋषिकेश से चर्चाओं में बने हैं।
चर्चाओं में रहने का कारण उनका समाज के लिए समर्पण भावना है।
यहां बता दे कि कोरोना कल हो या यमकेश्वर ब्लॉक की लड़ाई हर जगह उन्होंने जनता का साथ दिया है।
पंकज जुगलान यमकेश्वर से जिला पंचायत का चुनाव भी लड़ चुके हैं।
वर्ष 2004 में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य बने और पार्टी के लिए समर्पित रहे।
जिसको देखते हुए वर्ष 2007 में बेरोजगार फार्मासिस्ट संगठन के अध्यक्ष भी बने।
इस दौरान भी उनका कार्यकाल सराहनीय था।
सन 2008 में अपार जन समर्थन के चलते वह एबीवीपी से ऋषिकेश कॉलेज के अध्यक्ष चुने गए।
2020-21 में जब पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था, इस दौरान इन्होंने पीड़ित लोगों के लिए जान की परवाह न करते हुए जगह-जगह राशन पानी की व्यवस्था करी।
जान जोखिम में डालकर तब चाहे यमकेश्वर ब्लॉक हो या ऋषिकेश, या फिर श्यामपुर ग्रामीण क्षेत्र, मास्क लगाकर कोरोना की वैक्सीन घर-घर तक पहुंचाई।
उनका कहना है कि युवाओं को समाज हित मेआगे आना चाहिए, जो समाज के लिए कार्य कर सकें।
ऐसे युवाओं को प्रोत्साहन की जरूरत है, जिनके लिए मैं हमेशा समर्पित रहूंगा।
यहां बता दे कि पंकज हिंदुत्व के लिए समर्पित है और युवावस्था में वह घर त्याग कर चंपावत, टिहरी, विकास नगर के क्षेत्र में संघ का प्रचार करते रहे।
ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की पंकज जुगलान अपने समर्थकों को की उम्मीद पर कितना खरा उतरते हैं, जब उनके समर्थक उन्हें राजनीति में सक्रिय रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।