उत्तराखंड के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग में भूस्खलन के चलते उसके अंदर 36 से ज्यादा मजूदर फंस गए हैं। सुरंग का निर्माण एनएचआईडीसीएल के निर्देशन में नवयुगा कंपनी कर रही है।
जिला आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि अभी यह बताना संभव नहीं कि नहीं सुरंग के अंदर कुल कितने मजदूर फंसे हुए हैं। कंपनी की ओर से मलबे को हटाने का कार्य किया जा रहा है। मौके पर पांच 108 एंबुलेंस तैनात कर दी गई हैं।
हादसे की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री धामी घटना के बाद से लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं और हादसे की पूरी जानकारी ले रहे हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर मौजूद है। सभी की सुरक्षित वापसी के लिए प्राथर्ना कर रहे हैं।
एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान के अनुसार अभी किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसा आज(रविवार) सुबह 5:00 बजे हुआ है। सिलक्यारा की तरफ से सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन होना बताया जा रहा है और जो मजदूर सुरंग के अंदर काम कर रहे थे वो द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं।
आलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत बनायी जा रही इस सुरंग की लंबाई 4.5 किमी है। जिसमें से चार किमी तक काम पूरा कर लिया गया है। सुरंग निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य सितंबर 2023 तय किया गया था, लेकिन अब मार्च 2024 तक इसको पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।