कुछ नेता तो गिरगिट को भी मात दे रहे हैं, बात करे हरिद्वार लोकसभा की तो यहां से जेसीपी पार्टी के बैनर पर चुनाव लडने का दावा करने वाली भावना पाण्डेय की चार दिन पहले भावना बदली और बीएसपी ज्वाइन की। बीएसपी की और से उन्हें उम्मीदवार बनाया गया और प्रदेश अध्यक्ष ने इसकी घोषणा की, लेकिन ये हुआ ही था कि भावना की फिर भावना पलटी और अब वो बीजेपी ज्वाइन करके त्रिवेंद्र सिंह रावत को समर्थन करेगी।
वहीं बीएसपी जिस काम के लिए माहिर है। अब वही करती हुई नजर आएगी। बीएसपी अब मीरापुर उत्तर प्रदेश से विधायक रहे जमील अहमद कासमी को टिकट दे रही है, जिससे कांग्रेस के वोटो मे सेंधमारी हो सके और बीजेपी के लिए राह आसान हो सके।
बहरहाल भावना पांडे का जो व्यवहार दिख रहा है, उस हिसाब से वह भाजपा की ‘B’ टीम का कार्य कर रही हैं, प्रतीत होता है।
मुख्यमंत्री धामी को हमेशा कोसने वाली और पूर्व मुख्य्मंत्री हरिद्वार लोकसभा सीट से उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह रावत को ‘नशेड़ी-गंझेड़ी’ जैसे शब्दों से संबोधित करने वाली भावना पाण्डेय को कैसे बीजेपी पचा पायेगी!
यह भी सोचने का विषय है।