प्रदेश में हरिद्वार को छोड़कर 12 जनपदों में पंचायत का कार्यकाल नवंबर माह की अंतिम सप्ताह में समाप्त हो रहा है। 27 नवंबर के बाद पंचायतों में प्रशासकों की तैनाती हो जाएगी। ऐसे में अब सवाल उठता है कि अगले पंचायत चुनाव कब होंगे!
हालांकि इस वर्ष त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संभव नहीं है। अगले माह केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। उसके बाद नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। तत्पश्चात त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं। ऐसे में अगले वर्ष ही पंचायत चुनाव होने के आसार हैं।
मतदाता सूची का अगले साल जनवरी तक पुनरीक्षण किया जाना है। अगले साल फरवरी-मार्च के बाद ही चुनाव हो पाएंगे। पंचायत का कार्यकाल बढ़ाने को लेकर एक्ट में कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि पंचायत प्रतिनिधि लंबे समय से कार्यकाल बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। प्रतिनिधियों का तर्क है कि कोरोना काल के दौरान दो वर्ष तक उन्हें कार्य करने का मौका नहीं मिला, इसलिए उनका कार्यकाल बढ़ाया जाए। जबकि पंचायती राज एक्ट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
हालांकि पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशासक के रूप में तैनात करने की एक्ट में व्यवस्था है।
बहरहाल अगले वर्ष फरवरी-मार्च के आसपास ही पंचायत चुनाव होने के आसार हैं।