बड़ी विडंबना है कि सरकारी योजनाओं को सरकारी अधिकारी ही पलीता लगाते रहते हैं ताजा मामला जनपद उत्तरकाशी के मुरी ब्लॉक के जरमोला स्थित उद्यान विभाग का है किसानों व बागवानों की आय को दुगनी करने की सरकार की योजना उनके उच्च पदों पर बैठे भ्रष्ट अधिकारी ही पूरा नहीं होने देते।
इसी के खिलाफ उद्यानपति बागवान व चिह्नित राज्य आंदोलनकारी सड़क से लेकर न्याय पालिका के दरवार तक संघर्षरत हैं लेकिन कथित भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे उद्यान निदेशक का बाल भी बांका नहीं हो रहा है। जो सरकार के जीरो टालरेंस की नीति पर भी सवालिया निशान लग रहा है तथा भ्रष्ट अधिकारी को सत्ता संरक्षण की संभावना से जोड़ कर देखा जाने लगा है।
बुधवार को जरमोला राजकीय उद्यान में हुए कथित भ्रष्टाचार अनियमितता व धांधली के विरोध उत्तराखंड राज्यआन्दोलनकारियों ने उद्यान विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के विरूद्ध प्रदर्शन कर खोला मोर्चा खोल दिया है ।
गौरतलब है कि जनपद उत्तरकाशी के विकास खंड मोरी में स्थित राजकीय उद्यान एवं माली प्रशिक्षण केन्द्र जरमोला में पौधशाला एवं पौधशाला रोपण में हुए कथित भ्रष्टाचार एवं अनियमितता के विरुद्ध क्षेत्र के उद्यान मालिकों एवं काश्तकार भी मोर्चा खोल चुके हैं । विगत शुक्रवार को जब तहसील प्रशासन की अगुवाई में जांच टीम क्षेत्र विधायक दुर्गेश्वर लाल के साथ जरमोला उद्यान पहुंची तो क्षेत्र के बागवानों ने उद्यान विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों विरूद्ध जमकर नारेबजी की और सांकेतिक धरना देकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। वही उचित कार्रवाई न किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी ।
बागवानों ने उद्यान विभाग के गेट के समीप मोरी – पुरोला मोटर मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन कर उद्यान विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के विरूद्ध जमकर नारेबाजी कर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। विधायक के आश्वासन पर बागवानों ने सांकेतिक धरना समाप्त किया।
विगत शनिवार विधायक दुर्गेश्वर लाल ने राजकीय उद्यान जरमोला का औचक निरीक्षण किया तथा नर्सरी व पौध रोपण की उचित देखरेख में अनियमितता व भ्रष्टाचार जाने पर नाराजगी व्यक्त की जिसके बाद विभाग हरकत में आया। विभाग के उच्च अधिकारियों की टीम ने निरिक्षण कर जरमोला उद्यान में जम्मू कश्मीर की फर्म द्वारा कश्मीर से लाए गये सेब की नर्सरी व पौध शाला को मानकों के अनुरूप बताया। वही जांच से असंतुष्ट विधायक दुर्गेश्वर लाल शुक्रवार को तहसील प्रशासन व जांच टीम के साथ जरमोला पहुंचे।
राजकीय उद्यान एवं माली प्रशिक्षण केन्द्र जरमोला में निरीक्षण के दौरान विभागीय ठेकेदार की काम चोरी,लापरवाही व उदासीनता साफ झलक रही थी।पौधों के न तो थाले बनें थे और नहीं पौधों की टहनियों की कोई कटाई छंटाई ही की गई थी। पौधे रोगग्रस्त भी पाये गये जिससे यह साफ झलक रहा था कि पौधों की उचित देखभाल दवा, खाद में कोताही बरती गई है। रोगग्रस्त पौधे हाथ लगाते ही उखड़ रहे थे। पोली हाऊस में नर्सरी व पौध की जगह घास उगी पाई गई। वही प्रशिक्षण केन्द्र में बना टालेट पिट व भवन क्षतिग्रस्त पाया गया जो निर्माण कार्य में की गई लापरवाही व निम्न गुणवत्ता के कार्य होने की हकीकत बयां कर रहे थे।
आक्रोशित बागवानों ने मोरी पुरोला मोटर मार्ग धरना देकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर विभाग के निदेशक के विरुद्ध जमकर नारेबजी की । विधायक के समझाने पर मामले की मुख्य मंत्री व कृषि मंत्री से उच्च स्तरीय जांच करवाने के आश्वासन के बाद बागवानों ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन समाप्त किया ।