दशहरा के पावन पर्व पर विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री और बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त तय किया गया। मंगलवार को मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरशाली गांव स्थित मंदिर परिसर में पुरोहित समाज की बैठक में मुहूर्त निकाला गया। यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर बुधवार को भाई दूज के पावन पर्व पर 11 बजकर 57 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त (मकर लग्न) में विशेष पूजा अर्चना के बाद छह माह के लिए बंद कर दिए जाएंगे। बैठक में सुरेश उनियाल, विपिन उनियाल, राजस्वरुप उनियाल, पंकज उनियाल, पवन उनियाल, प्यारे लाल उनियाल, जयप्रकाश उनियाल आदि मौजूद थे। गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त शारदीय नवरात्र के पहले दिन तय किया गया था। मंगलवार को ही बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने के शुभ मुहूर्त की घोषणा की गई।
गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व पर अभिजीत मुहूर्त की शुभ बेला पर 11 बजकर 45 मिनट पर बंद किए जाएंगे। धाम के कपाट 18 नवंबर शाम तीन बजकर 33 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद होंगे। जबकि 15 नवंबर को भैया दूज के दिन केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे।