हरियाणा के गुरुग्राम से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। यहां सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक हरियाणा के बड़े स्कूल ग्रुप RPS (आरपीएस) में पढ़ा रहे हैं। आयकर विभाग की रेड में इस बात का खुलासा हुआ है। ओरिस बिल्डर, आरओएफ बिल्डर व आरपीएस स्कूल ग्रुप पर चल रही आयकर विभाग की रेड में ये बात सामने आई है। 4 से 5 शिक्षक ऐसे मिले हैं जो तैनात तो सरकारी स्कूलों में हैं लेकिन ये 10वीं से लेकर 12वीं के छात्रों को ROS ग्रुप के स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। ऐसे दो शिक्षक मेवात व पंचकूला के सरकारी स्कूलों में तैनात हैं लेकिन वे भी ROS ग्रुप के रेवाड़ी व गुड़गांव स्कूल में पढ़ा रहे हैं। इन शिक्षकों को यहां पढ़ाने के एवज में ढाई लाख रुपये तक सेलरी हर महीने दी जा रही है,वो भी कैश में।सैलरी कैश में दिए जाने जानकारी ट्रांजेक्शन रेड के दौरान आयकर विभाग के पकड़ में आई है। RPS ग्रुप के स्कूल हरियाणा के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुड़गांव, धारूहेड़ा, नारनौल, हांसी, कोसली, हिसार, करनाल, दादरी, रोहतक, कनीना, राजस्थान अलवर के बहरोड़ में चल रहे हैं। इन सभी शिक्षकों को नौकरी से हटवाने के लिए आयकर विभाग की टीम जल्द ही शिक्षा विभाग से संपर्क कर कार्रवाई कराने जा रही है।
5वें दिन मंगलवार को भी रेड जारी
ओरिस बिल्डर, आरओएफ बिल्डर व आरपीस ग्रुप पर मंगलवार को ये रेड 5वें दिन भी जारी है जो शुक्रवार 15 सितंबर से शुरू हुई थी। 150 से अधिक सीआरपीएफ जवानों की सिक्योरिटी के साथ 200 से अधिक आयकर विभाग के कर्मचारियों ने ये रेड शुरू की। शुरुआत में रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुड़गांव व दिल्ली के 25 ठिकानों पर ये रेड की थी। जिसके पश्चात अब राजस्थान अलवर के बहरोड़ समेत अन्य जगह भी इसमें जुड़ गई हैं। अभी कुल 35 ठिकानों पर इसे रेड की कार्यवाही चल रही है।
आयकर विभाग के प्रिंसिपल डायरेक्टर आनंद झा के सुपरविजन में एडिशनल डायरेक्टर अमनप्रीत की टीम ने रेड ये कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की ज्वैलरी व कैश बरामद किया है। इस कार्यवाही में आयकर विभाग गुड़गांव व हरियाणा के कई जिलों की टीम के अलावा श्रीनगर, जम्मू, लुधियाना, जालंधर, अमृतसर की टीमों को भी मदद के लिए बुलाया गया था। रेड के दौरान अब तक 12 करोड़ रुपये की ज्वैलरी व करीब 4 करोड़ रुपए कैश बरामद किए गए हैं। गुड़गांव समेत अन्य जगहों पर काफी प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी आयकर विभाग की टीम ने रेड में जब्त किए हैं। इसमें अब ये चेक किया जा रहा है कि ये प्रॉपर्टी बेनामी है या नहीं ।