कहते हैं इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपता और ना ही एक पद और प्रतिष्ठा को देखता है जात पात को भी नहीं देखता है।बस वह हो जाता है। ऐसा ही मामला आजकल उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है जहां एक एसडीएम अपने पति को छोड़कर अपने नए आशिक के साथ आशिकी लड़ाने में मशगूल है। 2015 में ज्योति मौर्या ने 16 में स्थान प्राप्त किया और इस तरह से पीसीएस अधिकारी के लिए ज्योति मौर्या का चयन हुआ उसके बाद ज्योति मर्या आईएएस ऑफिसर बन गई।
हाल ही में खबरें आईं कि एसडीएम बनने के बाद ज्योति मौर्या अपने पति को छोड़कर किसी और से आशिकी लड़ा रही हैं । अब SDM ज्योति मौर्या की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं । इसमें वह अपने पति को कोसते नजर आ रही हैं ।
ज्योति मौर्य उत्तर प्रदेश में एक एसडीएम के पद पर कार्य कर रही है और हाल ही में उन्होंने अपने पति से तलाक के लेकर सुर्खियों में बनी हुई है । यह कहानी फिल्म सूर्यवंशी जैसी है जिसमें ज्योति मौर्या की शादी आलोक मोर्या के साथ हुई जो उस समय पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था।आलोक मौर्य ने पत्नी के कहने पर उसे आईएएस की तैयारी करने के लिए उसे शिक्षा देने लगा और उसके बाद 2015 में ज्योति मौर्या की कुल 16 में स्थान प्राप्त हुई और इस तरह से पीसीएस अधिकारी के लिए ज्योति मौर्या का चयन हो गया।
आईएएस ऑफिसर बनने के बाद वह अपने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पति को छोड़कर किसी दूसरे आईएएस ऑफिसर मनीष दुबे के साथ प्रेम के गीत गाने लगी। और उसके बाद आलोक ने इसकी शिकायत की तो पत्नी ने उसे दहेज मांगने का उसके ऊपर केस कर एक नई परिपाटी को जन्म दे दिया है। इससे आने वाले समय में महिलाओं के साथ कोई भी व्यक्ति खड़ा होना नहीं चाहेगा।
इन्हीं बातों के चलते उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य आजकल सुर्खियों में छाई हुई है। उनके पति आलोक मौर्य ने आरोप लगाया है कि ज्योति एसडीएम बनने के बाद उससे नाता तोड़कर किसी और के साथ चली गई।
लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल ज्योति के पति आलोक ने मीडिया को एक डायरी सौंपी है। बताया जा रहा है कि 100 पन्नों की इस डायरी में पीसीएस अधिकारी द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार का लेखा जोखा है। प्रयागराज के रहने वाले और वर्तमान में पंचायत राज विभाग में तैनात आलोक कुमार मौर्य ने डायरी के हर पन्ने के ऊपर और नीचे दोनों तरफ स्वस्तिक चिन्ह है। इसके अलावा, डायरी के प्रत्येक पन्ने पर विभिन्न व्यक्तियों से प्राप्त धन पैसे की जानकारी है। पति आलोक का दावा है कि यह लिखावट ज्योति की है। ज्योति मौर्या ने 2019 से 2021 तक कौशांबी चाय उपखंड में परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में कार्य किया। इस अवधि के दौरान, डायरी में भ्रष्टाचार से प्राप्त धन का लेखा-जोखा दर्ज है। केवल एक महीने, अक्टूबर 2021 में, ज्योति ने कथित तौर पर 604,000 रुपये की अनौपचारिक आय अर्जित की। डायरी में आपूर्ति निरीक्षक को 15,000 रुपये और विपणन निरीक्षक को 16,000 रुपये मासिक भुगतान का भी उल्लेख है। डायरी के हर पन्ने पर भ्रष्टाचार से मिली रकम का बारीकी से जिक्र है।
फिलहाल ये आरोप पति ने लगाए हैं, लेकिन मामले की सच्चाई तो जांच के बाद ही सामने आएगी।
आलोक ने खुलासा किया कि उन्होंने 2010 में ज्योति से शादी की, जिसके बाद उन्होंने उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में मदद की। ज्योति ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और अंततः लोक सेवा आयोग में महिलाओं में तीसरी और कुल मिलाकर 16वीं रैंक हासिल की। उनका परिवार बहुत खुश था. 2015 में, उन्होंने जुड़वां बेटियों का स्वागत किया। उनका कहना है कि 2020 तक सब कुछ ठीक लग रहा था।
जानकारी के अनुसार 2020 में ज्योति मौर्य पीसीएस मामले के वितरण के दौरान गाजियाबाद में तैनात जिला कमांडेंट होमगार्ड के साथ बातचीत शुरू की और उस होमगार्ड के साथ अवैध संबंध बनाया और दोनों का बातचीत उनके काम करने के दौरान और ज्यादा होने लगी और बताया जाता है कि 2022 में आलोक कुमार को ज्योति मौर्य के फेसबुक अकाउंट से ज्योति और होमगार्ड कमांडेंट के बीच असली बातचीत का पता चला तब आलोक मौर्य ने ज्योति मौर्य पर विरोध जताया जिससे ज्योति मौर्य ने आलोक मौर्य को जान से मारने या जेल भेजने की धमकी दी। हद तो तब हो गई जब आलोक मौर्य ने 22 दिसंबर 2022 को लखनऊ के होटल में ज्योति मौर्य और होमगार्ड कमांडेंट को रंगे हाथ पकड़ा था। ज्योति इतनी कुपित हुई की उसने आलोक मौर्य पर धारा 376 का झूठा आरोप लगाया और धूमनगंज थाने में दहेज का झूठा मामला दर्ज करा दिया।