चार धाम यात्रा को शुरू हुए 3 माह से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन मौसम के बिगड़े मिजाज के कारण किसी तरह का सुधार होता नहीं दिख रहा है। बर्फबारी के बीच श्री चार धाम यात्रा में अब तक श्रद्धालुओं के उत्साह में किसी तरह की कमी दिखाई नहीं दे रही है लेकिन खराब मौसम के चलते व्यवस्थाएं चरमराने लगी हैं।आज सुबह से केदारधाम में मौसम साफ था लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम में बड़ा बदलाव आया और जोरदार बर्फबारी शुरू हो गई जिसके कारण धाम में मौजूद श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। भले ही 25 मई तक केदारनाथ की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी गई हो लेकिन इसके बाद भी केदारधाम में औसतन 25 हजार श्रद्धालुओं के प्रति दिन पहुंचने का सिलसिला जारी है।
लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग से जाने वाले यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वही धाम में जरूरत के सामानों का पहुंचना भी बहुत मुश्किल हो रहा है।रहने खाने की जो व्यवस्थाएं भी चरमरा गई हैं। पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी के कारण एंवलांच के खतरे भी बढ़ गए हैं आज चमोली के नीलकंठ पर्वत में एक एंवलांच की तस्वीर सामने आई जिसमें पहाड़ से भारी मात्रा में बर्फ की नदी तूफानी गति से नीचे आती दिख रही है। उल्लेखनीय है कि यह घटना बद्रीनाथ से 20-25 किलोमीटर दूर की है जहां धाम जाने वाले यात्री भी जाते हैं। एनडीआरएफ की टीम इस पर नजर बनाए हुए हैं। उधर हेमकुंड साहिब की यात्रा भी 20 मई से शुरू होने जा रही है। हेमकुंड साहिब में 7-8 फीट तक बर्फ जमी हुई है। रास्ता खोलने का काम मशीनों से जारी है लेकिन हर रोज बर्फबारी के कारण हालात जस के तस बने हुए हैं। भले ही अब तक खराब मौसम का इतना प्रभाव यात्रा पर न पड़ा हो, यदि हालात ऐसे ही रहे तो मुश्किलें आगे और बढ़ेगी।