यूं तो सरकार के द्वारा भी समय-समय पर निर्देश जारी किए जाते हैं कि स्कूलों और शिक्षण संस्थानों के पास तंबाकू की बिक्री ना की जाए ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा का हब कहे जाने वाले देहरादून के अधिकतर कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों के निकट खुलेआम बीड़ी,सिगरेट तंबाकू की बिक्री की जा रही है।इस ओर ना तो शिक्षा विभाग और ना हीं शासन प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई की जा रही है। राज्य को नशा मुक्त बनाने का दावा करने वाले संगठन भी इस बात पर मूकदर्शक बने हुए हैं। हैरत की बात यह है कि इन दुकानों के पास से जिम्मेदार अधिकारी हर दिन गुजरते हैं लेकिन संज्ञान कोई नहीं लेता है।
देहरादून में प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के तकरीबन 600 निजी स्कूल हैं,इसी तरह पहली से 12वीं तक की कक्षा के 219 स्कूल हैं राज्य सरकार के निर्देश के बाद भी कई स्कूलों के आसपास की दुकानों में बिक रहा नशा चिंता का विषय है। अभिभावक संगठनों ने भी कई बार शासन ,प्रशासन और शिक्षा विभाग से इस बारे में शिकायत की है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे स्कूल के आस-पास नशा बेचने वालों के हौसले बुलंद हैं, साथ ही बच्चों में नशे की प्रवृत्ति को रोकने के प्रयास भी हवा हवाई साबित हो रहे हैं।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बीते वर्षो में राज्य में नशे के विरुद्ध अभियान चलाने का दावा किया था। लेकिन यह दावा भी हवा हवाई साबित हो रहा है। अभी तक आयोग की टीम ने किसी भी स्कूल परिसर के आसपास नशीले पदार्थ वालों बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्यवाही ही की है।