चार धाम यात्रा में इस बार मौसम साथ नहीं दे रहा है बल्कि यात्रा करने वालों के संयम और हौसले की परीक्षा ले रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी यात्रियों से अपील की है की मौसम देख कर ही यात्रा पर हैं।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 5 दिन विशेषकर 2 से 3 तारीख मई तक धामों में 2 से 3 फुट तक की बर्फबारी की संभावना है। ऐसे में बच्चों व वृद्धों को यात्रा पर ना आने की सलाह उत्तराखंड शासन प्रशासन ने दी है।
उत्तराखंड में इस वर्ष चार धाम यात्रा कठिन परिस्थितियों में शुरू हुई है।बर्फबारी के बीच चारों धामों के कपाट खोले गए,मौसम के मिजाज में अभी कोई सुधार आने के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 5 दिन राज्य में बारिश ओलावृष्टि की संभावना के चलते जारी यलो अलर्ट के उपरांत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वृद्धों और बच्चों को मौसम देखकर यात्रा करने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ विक्रम सिंह का कहना है कि अगले 5 दिनों में राज्य में बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी होने की संभावना है। उनका कहना है कि आज से अगले 3 दिनों तक राज्य में तेज हवाओं के साथ कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है। वहीं राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में खासकर रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली और बागेश्वर में दो से तीन फीट तक बर्फबारी हो सकती है। उनका कहना है कि खासतौर पर 2 और 3 मई को ज्यादा खराब मौसम रहने की संभावना हैं। उनका कहना है कि इसकी सूचना राज्य के शासन- प्रशासन को दे दी गई है। उनका कहना है कि पूर्व समय में हुई बर्फबारी के कारण सभी धामों में पहले से ही बर्फ जमी हुई है और तापमान शून्य से भी नीचे जा चुका है। ऐसे में अब अगर और अधिक बारिश और बर्फबारी होती है तो इससे तापमान में और भी गिरावट आ सकती है। उन्होंने इस दौरान चार धाम में 2 से 3 फीट तक बर्फबारी होने की संभावना जताते हुए कहा है कि ऐसे में यात्रियों को विशेष सचेत रहने की जरूरतहै। बच्चे और वृद्धों को इस दौरान यात्रा न करने की सलाह देते हुए कहा गया है कि वह यात्रा पर न ही आए तो अच्छा है।
शासन प्रशासन द्वारा यात्रियों को जगह-जगह रोके जाने के बावजूद भी धामों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। शासन और प्रशासन द्वारा यात्रियों को बार-बार चेतावनी दी जा रही है कि उनकी आस्था और जिद उनकी जान पर भारी पड़ सकती है, इसलिए यात्रियों से अपील है कि वह शासन – प्रशासन के दिशा निर्देशों को अनदेखा न करें।