उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने सीएम रहते हुए 2 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है।
इस दौरान उन्होंने कई बड़े फैसले जैसे महिलाओं को 30% क्षैतिज आरक्षण, नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण और समान नागरिक संहिता को लेकर एक बड़ी लकीर खींची है।
इसके अलावा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा की गई जमीन जो लगभग 11, 000 हेक्टेयर थी को भी मुख्यमंत्री के कड़े निर्देशों के बाद मुक्त किया गया है।
बहला-फुसलाकर अथवा जबरन धर्म परिवर्तन पर 2 से 7 साल की सजा का प्रावधान तथा ₹25000 जुर्माने की सजा जैसा कठोर प्रावधान इन मामलों में कमी लाएगा।
इन 2 वर्षों में नकल विरोधी कानून लाने के साथ ही कई नकल माफियाओं को जेल भेजकर उन्होंने सौम्यता के साथ साथ अपनी सख्ती का भी एहसास कराया है।
पिछले लंबे समय से उत्तराखंड की सरकारी भर्तियों में नकल गिरोह चला रहे कई शातिरो को जेल की हवा तथा उनकी संपत्तियां भी कुर्क की जा रही हैं।
सरकारी नौकरियों में उत्तराखंड की महिलाओं को 30% क्षितिज आरक्षण जैसा फैसला मंत्री के 2 साल के कार्यकाल की एक बड़ी उपलब्धि है।
इस तरह के फैसलों से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ है। यही कारण है कि वह भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में से सबसे ज्यादा फेसबुक फॉलोअर्स वाले मुख्यमंत्री भी धामी ही हैं।
इसके साथ ही पिछले एक वर्ष में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के राजस्व को बढ़ाने की दिशा में भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाये है। यही कारण है कि पिछले 1 वर्ष में उत्तराखंड के जीएसटी संग्रह में 19% की वृद्धि हुई है।
समान नागरिक संहिता लागू करने वाला उत्तराखंड देश में पहला राज्य होगा। यह अन्य राज्यों के लिए भी एक नजीर बनेगा। सोमवार देर रात उन्होंने इस को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से भी विस्तार से चर्चा की तथा यूसीसी ड्राफ्ट समिति के साथ ड्राफ्ट को फाइनल रूप दिया, उससे उत्तराखंड देश के लिए इस दिशा में एक उदाहरण स्थापित करेगा। ड्राफ्ट का विपक्षी दल भी विरोध नहीं कर पा रहे हैं।
कभी धाकड़ धामी तो कभी स्मार्ट सीएम जैसे समय-समय पर मिलने वाले टैग और टाइटल से बेपरवाह पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड की हर छोटी बड़ी घटनाओं के दौरान स्वयं मौके पर उपस्थित रहकर अपनी एक अलग पहचान भी कायम की है जो उनकी संवेदनशीलता और सरोकार को एक अलग चेहरा प्रदान करता है।
इस तरह के तमाम फैसलों से जहां एक ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने वाले मुख्यमंत्री के रूप में अपनी एक अलग पहचान कायम की है, वही वह हिंदुत्व के नए पोस्टर ब्वाय के रूप में भी उभरकर सामने आए हैं।