हर इंसान का एक सपना होता है कि वह अच्छी प्रॉपर्टी खरीदें परंतु कई बार जांच पड़ताल किए बिना वह प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं जिससे बाद में उन्हें पछताना पड़ता है। इसलिए जरूरी है की प्रॉपर्टी खरीदने से पहले पेपर्स की जांच अच्छी तरह कर ले।
हम आपको जानकारी देंगे कि ग्राहक को प्रॉपर्टी खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ।
प्रॉपर्टी खरीदने से पहले डॉक्यूमेंट की जांच करना बहुत जरूरी होता हैं । ग्राहकों को प्रॉपर्टी खरीदते समय उसमें लोकेशन,कई तरह के दस्तावेज, विक्रेता की जानकारी, संपत्ति पर किसी तरह का विवाद आदि शामिल है या नहीं इसके लिए आप किसी भी वकील की सलाह ले सकते हैं ।
■ ग्राहक जिसकी प्रॉपर्टी में फ्लैट या मकान खरीद रहे हैं उसका नाम रियल एस्टेट क्षेत्र में उपभोकता में रजिस्टर है या नहीं हैं ये जरुर देख ले । प्रॉपर्टी खरीदने से पहले विक्रेता के टाइटल और ओनरशिप का वेरिफिकेशन करना बहुत जरूरी हैं।
- चेनल डाक्यूमेंट को भी चेक करना बेहद जरूरी हैं। चैनल डाक्यूमेंट का मतलब होता है A B को बेची, B ने C को बेची। इस दौरान जो भी डील बनती है उसमें सबका मिलना बहुत जरूरी हैं । मतलब कि किसने कहा से प्रापर्टी ली और किसको बेची यह जानना बहुत जरूरी है ताकि कोई दिक्कत न हो ।
■ एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट आपको बताता है कि
A तो भी डील बनती है उसमें सबका मिलना बहुत जरूरी हैं । मतलब कि किसने कहा से प्रापर्टी ली और किसको बेची यह जानना बहुत जरूरी है ताकि कोई दिक्कत न हो ।
एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट आपको बताता है कि जिस प्रॉपर्टी को आप खरीद रहे हैं उस पर कोई मोर्टगेज, बैंक लोन या कोई टैक्स तो बचा नहीं हैं । इसके अलावा रजिस्ट्रार के ऑफिस जाकर आप फॉर्म नंबर 22 भरकर जानकारी जुटा सकते हैं।
- क्यूपेन्सी सर्टिफिकेट एक अहम दस्तावेज है, जिसे बिल्डर से जरूर लेना चाहिए । अगर वह इसे नहीं देता तो खरीददारों को यह अधिकार है कि वह डवलपर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं ।
पजेशन लेटर डवलपर खरीददार के हक में जारी करता है, जिसमें प्रॉपर्टी पर कब्जे की तारीख लिखी होती है। होम लोन पाने के लिए इस दस्तावेज की असली कॉपी को पेश करना जरूरी होता हैं । जब तक ओसी हासिल नहीं किया जाएगा, तब तक पोजेशन लेटर अकेले प्रॉपर्टी पर कब्जे के लिए काफी नहीं माना जाता ।जाता ।
गिरवी रखना एक प्रकार का ऋण है जिसका उपयोग उधारकर्ता किसी मकान की खरीद या रखरखाव करने के लिए या रियल एस्टेट के अन्य तरह से करता हैं। साथ ही समय के साथ इसका भुगतान करने पर सहमति जताता हैं । प्रॉपर्टी, लोन सिक्योर करने में कोलैटरल के रूप में काम करती हैं।
- प्रॉपर्टी टैक्स नहीं चुकाने से संपत्ति पर शुल्क लगता है, जिससे उसकी मार्केट वैल्यू पर असर पड़ता हैं। खरीददार को स्थानीय म्युनिसिपल अथॉरिटी में जाकर यह देख लेना चाहिए कि विक्रेता ने प्रॉपर्टी टैक्स में कोई गड़बड़ी तो नहीं किया हैं ।