सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी अब कार्यालयों में नियमों के हिसाब से ना चलते हुए अपनी मनमर्जी के साथ से कार्यालय को चलाने में लगे रहते हैं जिसका ताजा उदाहरण उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के एआरटीओ कार्यालय में देखने को मिला। हद की बात तो यह है कि यह आरटीओ दफ्तर में तैनात एक कर्मचारी ने अपने साथी के बर्थडे पर कार्यालय में केक काटने के अलावा पार्टी का इंतजाम किया हुआ था।केक काटने से पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कार्यालय का एक कर्मचारी शराब की बोतल गिफ्ट करते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो के वायरल होते ही विभाग में अफरा तफरी मच गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार फीडिंग का कार्य देख रहे विकास अग्रवाल व वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात अंशुमान की बर्थडे पर जमकर मौज मस्ती का वीडियो वायरल हो रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि यह वीडियो कार्यालय में ही शूट किया गया कार्यालय के नियमों को ताक पर रखकर केक भी काटा गया और साथ में शराब की बोतल भी गिफ्ट में दी जाती हुई दिखाई दे रही है। वीडियो में विकास अग्रवाल,अंशुमान को परिवहन कार्यालय में ही शराब की बोतल गिफ्ट करते हुए दिखाई दे रहा है। हद तो तब हो गई जब दोनों ने शराब की बोतल के साथ फोटो भी खिंचवाई।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मामला चर्चा का विषय बन गया और लोग तरह-तरह की बातें करने लगे। दूसरी तरफ विभागीय अधिकारी इस मामले पर अपनी अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं।बताया जा रहा है कि कार्यक्रम के दौरान किसी ने वीडियो बनाकर व्हाट्स पर स्टेटस लगाया और वहीं से यह वीडियो वायरल हो गया।
बेशर्मी की हद तो तब हो गई जब एक कर्मचारी इस वीडियो को पुराना बताकर पल्ला झाड़ रहा है अगर 1 साल पहले भी ऐसा हुआ तो क्या वह सही था यह भी कार्यालय के कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है कि क्या 1 साल पहले ऐसा जाने का कोई नियम था या शासनादेश था। किसी ने अगर 1 साल पुराना वीडियो भी अपने व्हाट्सएप स्टेटस में डाला है तो 1 साल पहले भी तो दिया हुआ होगा उसमें कार्रवाई क्यों नहीं की गई क्यों विभाग के अफसर आंख मूंदे बैठे रहे। वीडियो में दिखाई दे रहा है दूसरा कर्मचारी अंशुमन जवाब देने से बच रहा है। सरकार के निर्देशों की बात करें तो शासन ने स्पष्ट आदेश दिए हुए हैं कि सरकारी भवन में कोई प्राइवेट कार्यक्रम नहीं किया जा सकता इसके बावजूद भी एआरटीओ विभाग के कर्मचारियों ने नियमों को ताक पर रखकर पर जन्मदिन मनाया जो शासनादेशों की घोर अवहेलना है। वीडियो में एक कर्मचारी का दूसरे कर्मचारियों को शराब की बोतल गिफ्ट करना विभाग के अधिकारियों की कार्य शैली पर भी प्रश्न चिन्ह लगाता है। गले से नीचे नहीं करती कि कोई प्रोग्राम कार्यालय में हो रहा है और अधिकारियों को इसकी भनक ना हो। जानकारी द्वारा बताया गया की दोनों कर्मचारी अधिकारियों के खासम खास है पूरे दफ्तर के काम इन्हीं दोनों के कंधों पे टिका हुआ है।
एआरटीओ प्रशासन आलोक सिंह का कहना है कि वायरल वीडियो का मामला उनके संज्ञान में नहीं है अगर ऐसा हुआ है तो उसकी जांच कराई जाएगी और नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी।