मामला उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद का है जहां वन भूमि का खेती के नाम पर अतिक्रमण किया गया है सरकार भ्रष्टाचार मिटाने का काम कर रही है और पर्यावरण को बचाने के लिए हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च करके पेड़ लगाने का कार्य करती है, तो विभाग के भ्रष्ट अधिकारी सरकारी आदेशों को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। आपको बताते चलें कि कौड़िया वन क्षेत्र मैं अवैध तरीके से भू माफियाओं ने कई सौ बीघा जमीन वन विभाग की तोड़कर उसमें खेती करने का कार्य कर रहे हैं और उक्त जमीन में खड़े हुए कीमती पेड़ों को काट रहे हैं। उसी को लेकर आज भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने फॉरेस्ट अधिकारी नजीबाबाद मनोज कुमार को उक्त विषय में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि खसरा नंबर 93 / 7 मौजा ढकीया बाबन सराय वन क्षेत्र कोडिया रेंज तहसील नगीना कुल क्षेत्र आराजी 36.1580हे० हैं नागेंद्र उर्फ नागी पुत्र सीताराम भारद्वाज निवासी ग्राम बावन सराय ( ढकिया) थाना नगीना देहात में वन विभाग की जंगल झाड़ी वाली अराजी पर अवैध कब्जा काफी वर्षों से कर रखा है। यह लोग भू— माफिया है। और अवैध खनन का
कार्य भी करते रहते हैं। इनका क्षेत्र में बहुत आतंक है गरीब जनता भी इनके आतंक से परेशान हैं। तहसील नगीना के कर्मचारी व अधिकारीगण इनसे हमराज हैं। और क्षेत्रीय अधिकारियों ने कभी भी वन भूमि से अवैध कब्जा हटाने का प्रयास नहीं किया ।
- जिससे भूमाफियाओं के हौसले और बुलंद होते गए और भू माफियाओं से संबंधित अधिकारी नाजायज तरीके से लाखों रुपए वसूलते रहे हैं। और क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि पवन सिंह पुत्र स्वर्गीय यशपाल सिंह चौधरी निवासी ग्राम बल्लूपुर केंट रोड उत्तराखंड देहरादून से हमसाज होकर उक्त भूमि पर कब्जा कराकर नींबू, आम के पेड़ लगाकर चारों तरफ से तार बाउंड्री करा दी है तथा वन विभाग द्वारा लगाए खेर,सागौन और सिम्बल एव वन्य प्रजाति के जो पेड लगाए गए थे उन्हें नष्ट कर दिया गया है।
जिन्हें भू माफियाओं द्वारा किसी भू ठेकेदार को बेच कर दिन के समय में कटवा दिए जिसकी सुचना किसानो ने अधिकारियो को दी जिसमे वन रेंजर श्री राममुसाफिर यादव ने अपना पल्ला झाड़ते हुये बताया की पेड़ किसान के खेत में खड़े है। उसका वन विभाग से कोई मतलब नही है क्षेत्रीय किसानों द्वारा यह सूचना मीडिया कर्मियों को दी गयी और कई समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित हुई तो वन विभाग के अधिकारियो ने मौके पर जाकर देखा तो पाया कि वह पेड़ जंगलात के थे और ठेकेदार द्वारा पेड़ रात्रि के समय काटे गए और क्रेन बुलाकर ट्रैक्टर ट्राली मैं कटे हुए पेड़ भरवाए गए।
हरकत में आए क्षेत्रीय रेंजर ने मीडिया कर्मियों से बताया कि ट्रैक्टर ट्राली को कब्जे में ले लिया है लेकिन ट्रैक्टर ट्राली कौड़ियां रेंज में नहीं पहुंची जबकि क्षेत्रीय रेंजर ने क्रेन को भी जब्त करना उचित नहीं समझा। सूत्रों के द्वारा जानकारी मिली की यह खेल क्षेत्रीय रेंजर राम मुसाफिर
यादव एवं बीट प्रभारी मोनू एवं क्षेत्रीय चौकीदार मोहम्मद रफी के संरक्षण में कार्य किया गया। जिसमें क्षेत्रीय किसानों का यह भी कहना है कि क्षेत्रीय बीट प्रभारी हर वर्ष भू माफियाओं से अधिकारियों के नाम पर पैसे लेते हैं । और गांव वासियों की शिकायत यह भी है कि मोनू बीट प्रभारी ने लगभग 20 दिन पहले अवेध खनन भी कराया था जोकि खो नदी क्षेत्र में कैचोवाली एवं ढकीया बाबन सराय में उनके संरक्षण में कराया गया ।
वही डीएफओ मनोज कुमार ने आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और जमीन कब्जा मुक्त।