जिओ फाइबर कंपनी के मैनेजर अभिनव भारद्वाज उत्तर प्रदेश के हाथरस गेट थाना क्षेत्र में रहते हैं। एक जनवरी दोपहर को अभिनव भारद्वाज सिकंद्राराऊ के लिए घर से निकले थे, लेकिन उसके बाद से उनके परिजनों का उनसे संपर्क नहीं हो पाया, और ना ही वो घर लौटे। परिजनों ने उनके बारे में पूछने के लिए कई जान पहचान के लोगों को भी कॉल किया, लेकिन किसी को भी उनके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब कहीं से भी अभिनव की खबर नहीं मिली तो उनकी पत्नी ने उनके गुमशुदा होने की सूचना पुलिस को दे दी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम भी अभिनव भारद्वाज की तलाश में जुट गई है, लेकिन पुलिस को कहीं से कोई खबर नहीं मिली।
20 लाख रुपए की फिरौती की मांग
अभिनव कुमार के गुमशुदा होने की रात को करीब 9 बजे अभिनव के परिजनों को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने परिजनों से कहा कि अभिनव भारद्वाज उनके कब्जे में है, उसने कहा कि अभिनव भारद्वाज को छोड़ने के लिए परिजनों को 20 लाख रुपए की फिरौती देनी होगी. उसने बताया कि वो दिल्ली के कुख्यात बदमाश टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सदस्य है। इतना ही नहीं कॉल करने वाले बदमाश ने ये भी धमकी दी कि यदि परिजनों ने इस बारे में पुलिस को बताया तो अच्छा नहीं होगा।
- यूपी STF की नोएडा यूनिट ने किया बदमाशों का पीछा
जानकारी के अनुसार इसके बाद हाथरस पुलिस टीम और यूपी एसटीएफ ने साथ मिलकर बदमाशों को पकड़ने और मैनेजर अभिनव को उनके चंगुल से मुक्त करने का प्लान बनाया। प्लान के मुताबिक अभिनव भारद्वाज के परिजन फिरौती की रकम लेकर यूपी के मुरादाबाद जनपद पहुंचे, और वहां परिजनों ने बदमाशों को रकम दी, परिजनों की ओर से बदमाशों को फिरौती देने के बाद यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने बदमाशों का पीछा किया।