देश का सबसे पुराना निजी न्यूज चैनल ‘जी न्यूज’ इन दिनों विवादों में चल रहा है।
पहले ‘जी न्यूज नेटवर्क’ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली के लाइव कवरेज पर रोक लगाई, अब पंजाब की भगवंत मान सरकार ने सूबे में Zee मीडिया ग्रुप के चैनलों के प्रसारण पर रोक लगा दी। हालांकि मान सरकार ने इस फैसले को लेकर कोई औपचारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। यह रोक Zee मीडिया के हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी समेत सभी क्षेत्रीय भाषाओं के चैनलों पर लगाई गई हैं।
सूबे के मंत्री का वीडियो दिखाने पर लिया फैसला
जानकारों की माने तो मान सरकार में मंत्री बलकार सिंह का 21 साल की लड़की के साथ का आपत्तीजनक वीडियो इस मीडिया संस्थान ने अपने चैनल पर दिखाया था। जिसके बाद मान सरकार ने चैनल पर रोक लगाने का फैसला किया। वहीं, चैनल के प्रसारण पर रोक लगाने की खबर पर विपक्ष ने मान सरकार को घेरने के साथ ही लोकत्रंत पर हमला बोला और इसकी तुलना आपातकाल से की।
मीडिया ग्रुप की भी प्रतिक्रिया आई सामने
वहीं, इस पूरे प्रकरण में मीडिया संस्थान का कहना है कि कई लोगों की शिकायतें आ रही हैं कि वो अपने घर में Zee मीडिया के चैनल नहीं देख पा रहे हैं। Zee के रिपोर्टर ने संस्थान को बताया कि सरकार में कोई भी इस संबंध में कोई जवाब नहीं दे रहा है और कहा जा रहा है कि उनके पास कोई जानकारी नहीं है।
AAP में इंदिरा गांधी की आत्मा घुस गई
वहीं जदयू के प्रवक्ता KC त्यागी ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि AAP का जन्म मीडिया की फेवरिट संस्था के रूप में हुआ था, रामलीला मैदान में संघर्ष के दौरान मीडिया उन्हें खूब कवर करता था। उन्होंने इसे लोकतंत्र पर खतरा बताते हुए याद किया कि वो खुद आपातकाल के भुक्तभोगी रहे हैं। वहीं भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ये AAP की असलियत को दिखाता है। वहीं भाजपा नेता तरुण चुघ ने कहा कि AAP में इंदिरा गाँधी की आत्मा घुस गई है।