देहरादून। लंबे समय से जल संस्थान संविदा श्रमिकों का बकाया वेतन का भुगतान न होने और जल संस्थान संविदा श्रमिक अपने को सेवायोजन पोर्टल और आउटसोर्सिंग एजेंसियों में समायोजित करने की मांग को लेकर पिछले 9 दिनों से जल संस्थान मुख्यालय पर धरना दे रहे हैं।
श्रमिकों का आरोप है कि श्रमिकों का बकाया ईपीएफ और पिछले 8 महीने से वेतन नहीं दिया गया है। वेतन न मिलने के कारण उन्हें अपने परिवार के भरण-पोषण को लेकर खासा वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संगठन के अध्यक्ष संजय कुमार ने विभागीय अधिकारियों पर आरोप लगाया कि बीते 9 दिनों से वह आंदोलनरत हैं लेकिन विभागीय अधिकारी उनकी सुध नहीं ले रहे हैं। यदि शीघ्र उनकी मांगों को नहीं माना गया तो प्रदेश के सभी 3000 से अधिक श्रमिक आमरण अनशन, विभागीय तालाबंदी और सचिवालय कूच करने के लिए मजबूर होंगे। जिससे विभाग में पड़ने वाले विपरीत प्रभावों के लिए विभाग/शासन प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा। इसके साथ ही संगठन ने परिवार सहित अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है।
वहीं क्षेत्रीय दल राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के पदाधिकारियों ने संगठन महामंत्री सुलोचना ईष्टवाल के नेतृत्व में जल संस्थान के मुख्य महा प्रबंधक को श्रमिकों की मांग पूरी करने के संबंध में ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी सभी श्रमिकों के साथ एकजुट खड़ी है। उनके साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर राजेंद्र गुसांई, शांति चौहान, दयाराम मनूडी, शशि रावत, शोभित भद्री आदि लोग उपस्थित थे।