जखोली। विकासखंड मुख्यालय से सटे कपणियां गांव में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजना स्वीकृत हुई तो ठेकेदार को पाइप ढुलान के खर्च से बचाने के लिए जल निगम और ठेकेदार की मिली भगत ने पाइप-लाइन को तय सर्वे से लगभग 3 किलोमीटर नीचे से निकाल दिया गया, अब इससे ग्रामीणों को यह नुकसान है कि यदि भविष्य में यह पाइपलाइन खराब होती है तो इसे रिपेयर करना बहुत मुश्किल है।
प्रधान संघ के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष महावीर पंवार और युवा नेता धनपाल नेगी का आरोप है कि गांव की ही एक पुरानी पाइप-लाइन भी है, नई योजना में ठेकेदार को ढुलाई से बचाने के लिए लाइन को 3 किलोमीटर नीचे ले जाया गया, जबकि इस पाइपलाइन को गांव की पुरानी पाइपलाइन के साथ-साथ ले जाना था, ताकि समय-समय पर दोनों पाइप लाइनों की देख-रेख एक साथ की जा सके। इससे गांव में जल आपूर्ति व्यवस्थित बनी रहनी थी, लेकिन विभाग द्वारा ऐसा नहीं किया गया।
ग्राम प्रधान ऋतुराज ने बताया कि इस बाबत ग्रामीणों ने जिला अधिकारी रुद्रप्रयाग को भी एक पत्र भेजा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पाइपलाइन को तय सर्वे के अनुसार नहीं बिछाया जाता है तो ग्रामीण इसके लिए उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी।
वहीं जल निगम के जेई शुभम ने बताया कि पाइप लाइन को चट्टान लगने के कारण कुछ मीटर नीचे ले जाया गया है न कि 3 किलोमीटर।