रुद्रप्रयाग। लंबे समय से सीबीआई जांच में घिरे पूर्व कैबिनेट मंत्री और दिग्गज नेता हरक सिंह रावत अब सीबीआई से क्लीन चिट पाने के बाद अपने पुराने अंदाज में नजर आ रहे हैं।
सीबीआई से क्लीन चिट मिलने के बाद हरक सिंह रावत लगातार भाजपा पर हमलावर हैं।
मीडिया को दिए गए बयान में उन्होंने कहा है की रुद्रप्रयाग जनपद मैंने बनाया है और जखोली तहसील मैंने बनाई है।
हालांकि उनके द्वारा स्वीकृत पर्वतीय कृषि महाविद्यालय रुद्रप्रयाग, सैनिक स्कूल अभी भी निर्माणाधीन है।
अपने बयानों को लेकर हरक सिंह रावत पिछले कुछ दिनों से सक्रिय नजर आ रहे हैं।
यहां बता दें कि हरक सिंह रावत पर हमेशा दल बदल के आरोप लगाते रहे हैं। वर्ष 1997 में तत्कालीन बहुजन समाजवादी पार्टी की सरकार वह पौड़ी विधायक थे। इसके बाद हरक सरक फरक कर वह कांग्रेस में आए। उन्होंने अपने साढू भाई और दिग्गज बीजेपी नेता मातबर सिंह कंडारी सिंह को चंद वोटो से हराया।
पूर्व इतिहास बता दें तो वर्ष 2012 के चुनाव में हरक ने सीट बदलते हुए रुद्रप्रयाग से चुनाव लड़ा और फिर से विधानसभा पहुंचे। वर्ष 2016 के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद हरक सिंह कांग्रेस के नौ अन्य विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें कोटद्वार सीट से मौका दिया और वह विधानसभा में पहुंचे। तब भाजपा सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 16 जनवरी 2022 को भाजपा ने हरक को पार्टी से बर्खास्त कर दिया। 21 जनवरी को वह कांग्रेस में शामिल हो गए।
ऐसे में सीबीआई जांच से बरी हो चुके हरक सिंह रावत की बयान बाजी में तल्खी नजर आ रही है, जो कि ना तो भाजपा और ना ही कांग्रेस के गले उतर रही है।










