हाई कोर्ट नैनीताल के न्यायाधीश राकेश थपलियाल ने उत्तराखंड की स्थाई राजधानी पर टिप्पणी की है।
उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड की पब्लिक बेवकूफ है!
राजधानी को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा है कि गैरसैंण में 8000 करोड़ की प्रॉपर्टी है।
उत्तराखंड की पब्लिक बेवकूफ है और जब चाहे उनका बेवकूफ बनाया जाए।
अस्थाई राजधानी को लेकर हाईकोर्ट की यह टिप्पणी गंभीर है।
लंबे समय से जनता स्थाई राजधानी गैरसैंण की मांग कर रही है, लेकिन सरकार है सुनने को तैयार नही।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बाद त्रिवेंद्र रावत के बाद भी स्थाई राजधानी का मुद्दा कभी सॉल्व नहीं हो सका है।
विभिन्न राजनीतिक संगठन मामले को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत हैं।
अब तीन दिन पहले हाई कोर्ट की यह टिप्पणी स्थानीय जनता में चर्चा का विषय बनी है।
वहीं कोर्ट ने भी पूछा है 8000 करोड़ की प्रॉपर्टी सरकार ने दी है, उसका सदुपयोग क्यों नहीं।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अब अपनी घरेलू ‘ नुस्खे’ में व्यस्त हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कुछ दिन पहले बयान दिया कि हमारी सरकार आएगी तो हम गैरसैंण राजधानी बनाएंगे। हालांकि पूर्व में मुख्यमंत्री रहने के दौरान इस मामले में कुछ नहीं हो पाया।
अब हाई कोर्ट ने उनके बयान का संज्ञान लेकर टिप्पणी करी है।