सीएम धामी के दिल्ली दौरे के बाद उत्तराखंड की राजनीति चर्चा में है। पहाड़ विरोधी बयान देने के बाद प्रेमचंद अग्रवाल तो घिरे ही थे। डैमेज कंट्रोल के लिए पार्टी ने 18 जिला अध्यक्ष और 220 मंडल अध्यक्ष चुन लिए हैं।
उत्तरकाशी के लिए नागेन्द्र सिंह चौहान, चमोली के लिए गजपाल बर्त्याल, रूद्रप्रयाग भारत भूषण भट्ट, टिहरी उदय सिंह रावत, देहरादून ग्रामीण मीता सिंह, देहरादून महानगर सिद्वार्थ अग्रवाल, ऋषिकेश राजेन्द्र तडियाल, हरिद्वार आशुतोष शर्मा, पौडी कमल किशोर रावत, कोटद्वार राजगौरव नौटियाल, पिथौरागढ गिरीश जोशी, बागेश्वर श्रीमती प्रभा गड़िया, अल्मोडा महेश नयाल, चम्पावत गोविन्द सामन्त, नैनीताल प्रताप सिंह बिष्ट, काशीपुर मनोज पाल, रुड़की डाक्टर मधु सिंह, ऊधमसिंह नगर कमल कुमार जिंदल को जिम्मेदारी दी गई है।
इसके अलावा कुल 304 मंडलों में 220 मंडलों में चुनाव के बाद मंडल अध्यक्षों की घोषणा की गई। शेष 84 मंडलों के अध्यक्षों के नामों की भी शीघ्र घोषणा कर दी जाएगी।
इधऱ, मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के विकल्प के तौर पर नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
अध्यक्ष पद की दौड़ में विधायक विनोद चमोली, आदित्य कोठारी,विधायक बृजभूषण गैरोला सहित कई अन्य नाम चर्चाओं में है।
पार्टी का एक गुट राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट को ही रिपीट करने के पक्ष में है। लेकिन हालिया बयानबाजी के बाद भट्ट के विरोधी भी खुलकर सामने आ गए हैं।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी विधायक ब्रिजभूषणनक नाम सामने आने से प्रदेध अध्यक्ष की जंग रोचक मोड़ पर पहुंच गई है।
पूर्व सीएम निशंक व तीरथ सिंह रावत के नाम की भी सुगबुगाहट तेज हो गयी है। ये दोनों पूर्व सीएम अभी किसी भी पद पर नहीं हैं। इन दोनों को पार्टी ने पौड़ी व लोकसभा का टिकट नहीं दिया था।
अध्यक्ष के चुनाव में सीएम धामी के वीटो की मुख्य भूमिका रहेगी। सीएम से बेहतर टयूनिंग वाले पार्टी नेता के अध्यक्ष बनने की विशेष सम्भावना है। 2027 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी नये अध्यक्ष की ताजपोशी की जाएगी। बहरहाल, निकाय चुनाव में नगर निगम की सीटें जीतने के बाद सीएम धामी की पसंद के पार्टी नेता को अध्यक्ष की कमान मिलने की अधिक संभावना है।
मार्च महीने के अंत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का नाम सामने आ जायेगा।