उत्तराखंड में लगातार वन्य जीवों के हमलों में इजाफा हो रहा है। जहां गुलदार के हमले से लोग पहले ही खौफजदा थे, तो वहीं अचानक से भालू के हमले में भी बढ़ोतरी हुई है। पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग सहित कुमाऊं में भी भरी दोपहर यह जंगली जानवर देखने को मिल रहे हैं।
अब ऐसे में पौड़ी जिले के लैंसडाउन सीट से भाजपा विधायक महंत दिलीप रावत ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि यदि अति शीघ्र वन्यजीवों पर अंकुश नहीं लगा तो वह अपने विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। हमलों से नाराज होकर इस्तीफा देने की चेतावनी दी है, क्योंकि वन विभाग और सरकार इस समस्या के समाधान में विफल रही है, जिसके कारण ग्रामीण परेशान हैं और जान-माल का नुकसान हो रहा है, और उन्होंने सरकार से बाघ मारने और वन अधिनियम में बदलाव की मांग की है, अन्यथा वे इस्तीफा देने को मजबूर होंगे।
अब ऐसे में मामले को विपक्ष ने पूरी तरह से लपक लिया है। प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस गणेश गोदियाल ने कहा कि यह सरकार की नाकामी ही दर्शाता है कि उनकी ही पार्टी के विधायक इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं।
बता दें कि लैंसडाउन विधानसभा में लगातार गुलदार सक्रिय है, जिसको लेकर स्थानीय जनता ने विधायक महंत दिलीप रावत से गुहार लगाई थी।










