5 दिसंबर 2025 को वायरल हुए इस वीडियो ने उस लंबे समय से चल रहे रैकेट को उजागर कर दिया है जिसके बारे में सूत्र लगातार बताते रहे हैं। हरिद्वार क्षेत्र में बसों से डीज़ल निकालकर निजी वाहनों, ट्रकों, मैक्सियों और स्थानीय गैरेजों तक पहुंचाने का काम एक संगठित तरीके से किया जाता है।
चालक और परिचालक की मिलीभगत, फर्जी एंट्री, तय खपत से ज्यादा डीज़ल दिखाना और सुनसान जगहों पर बसें रोककर ड्रमों में ईंधन निकालना। यह पूरा तरीका अब साफ तौर पर सामने आ चुका है। कई स्थानीय लोग पहले भी देर रात ऐसी संदिग्ध गतिविधियां देख चुके हैं लेकिन शिकायतों पर कोई असर नहीं हुआ।
यह मामला सरकार को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाने के साथ यात्रियों की सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है। वीडियो ने एक बार फिर याद दिलाया है कि इस व्यवस्था में बिना अंदरूनी सहयोग के इतनी बड़ी चोरी संभव नहीं। अब उम्मीद यही है कि इस बार सख्त कार्रवाई होगी और जिम्मेदार लोग बच नहीं पाएंगे।,










