रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा कांग्रेस के दो प्रत्याशी निर्वाचित हुए थे।
18 जिला पंचायत सीट में पांच भाजपा समर्थित प्रत्याशी सदस्य पद पर विजई हुए और चार कांग्रेस से थे।
शेष 9 प्रत्याशी निर्दलीय थे।
अब मामला बराबरी का था क्योंकि चार निर्दलीय भाजपा में आ गए और पांच कांग्रेस में।
टोटल 18 वोटर हैं।
ऐसे में जखोली विकासखंड के कांग्रेस जिला पंचायत प्रत्याशी को कथित तौर पर वोट निरस्त करने के लिए रूलिंग पार्टी ने 35 लाख रुपए दिए हैं।
यह हमने नहीं कह रहे उन्होंने स्वयं बताया है।
यहां बता दे बता दें कि कथित तौर बांगर सीट से चुने गए कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा के एक बड़े नेता के माध्यम से 35 लाख रुपए ले लिए हैं।
सदस्य विपक्षी पार्टी के द्वारा 35 लाख रुपए में बिक चुका है।
इस कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर पूरे प्रदेश में चर्चा का माहौल गर्मा रहा है।
हालांकि हकीकत कुछ भी हो, लेकिन इस नेता का राजनीति भविष्य अधर में है।
बता दें की चार बार चुनाव हारने के बाद यह जिला पंचायत सदस्य पांचवीं बार चुनाव जीते हैं।
पूर्व विधायक केदारनाथ मनोज रावत ने बताया है कि मामले को लेकर हम हाई कोर्ट में है। पूरी लड़ाई लड़ी जाएगी और जनता को इंसाफ दिला जाएगा।