पौड़ी। लंबे समय से गोविंद बल्लभ पंत इंजीनियरिंग कॉलेज विवादों में रहा है। इसी कड़ी में अब एक नया विवाद कॉलेज को लेकर सामने आया है।
जीबी पंत इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. भीष्म सिंह खाती ने संस्थान के प्रभारी निदेशक डॉ. वी.एन. काला पर उत्पीड़न, प्रशासनिक लापरवाही, और कार्य में अनुचित दबाव का आरोप लगाया है।
डॉ. खाती ने अपने पद से इस्तीफा देने की सिफारिश की है। डॉक्टर खाती एक ईमानदार छवि के अधिकारी हैं। डॉ. वी.एन. काला लंबे समय से उनका मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं। अधूरे काम की एवज मे 3 करोड़ के बिल पर साइन करने का दबाव बनाया जा रहा है।
डॉ. खाती ने उच्च अधिकारियों को भेजी शिकायत में बताया कि उन पर करोड़ों रुपये के निर्माण कार्यों का सत्यापन और भुगतान करने का अनुचित दबाव डाला जा रहा है, जबकि इस कार्य के लिए जरूरी कनिष्ठ अभियंता का पद पिछले साल से रिक्त है। उन्होंने नियमों के तहत बिना भौतिक सत्यापन के हस्ताक्षर करने से मना कर दिया, जिसके बाद उनके छुट्टी आवेदनों को अस्वीकृत कर धमकी दी गई।
डॉ. खाती ने आरोप लगाया कि सिविल विभाग में शिक्षकों की कमी के कारण कक्षाओं में व्यवधान हो रहा है और महत्वपूर्ण उपकरण खराब होने के बावजूद निदेशक कार्यालय की ओर से मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसके अलावा, दिसंबर 2024 में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में उनके शोधपत्र को प्रस्तुत करने की अनुमति भी निदेशक ने रोक दी, जबकि उनके पास पर्याप्त फंड था।
उन्होंने यह भी बताया कि निदेशक द्वारा आकस्मिक अवकाश भी अस्वीकृत कर दिया गया, जिससे उन्हें मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। डॉ. खाती ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए उच्च अधिकारियों को हस्तक्षेप का अनुरोध किया है।