हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई के दावे एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। अति संवेदनशील और पौराणिक कुशवर्त घाट के समीप भाजपा नेता से जुड़ा एक अवैध निर्माण, एचआरडीए की सील तोड़कर दोबारा शुरू कर दिया गया है।
हैरानी की बात यह है कि यह निर्माण कार्य रात के अंधेरे में खुलेआम चल रहा है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या प्राधिकरण के नियम केवल आम लोगों के लिए है, या सत्ताधारी नेता छूट के दायरे में आते हैं।
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) की उपाध्यक्ष सोनिका के निर्देश पर ये अवैध निर्माण को सील किया गया था। साथ ही नियमों के उल्लंघन को लेकर संबंधित निर्माणकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। इसके बावजूद सील तोड़कर निर्माण कार्य दोबारा शुरू कर दिया जाना प्रशासनिक कार्रवाई की गंभीर अनदेखी को दर्शाता है।
साथ ही नियमों के उल्लंघन को लेकर संबंधित निर्माणकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। इसके बावजूद सील तोड़कर निर्माण कार्य दोबारा शुरू कर दिया जाना प्रशासनिक कार्रवाई की गंभीर है अनदेखी को दर्शाता है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, रात के समय निर्माण सामग्री पहुंचाई जाती है और चोरी-छिपे काम कराया जा रहा है। कई बार दिन में भी गतिविधियां देखी गई हैं। कुशवर्त घाट जैसे पौराणिक और धार्मिक स्थल के समीप इस तरह का अवैध निर्माण न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि आस्था और सुरक्षा से भी खिलवाड़ माना जा रहा है।
हैरानी की बात यह है कि यह निर्माण कार्य रात के अंधेरे में खुलेआम चल रहा है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या प्राधिकरण के नियम केवल आम लोगों के लिए है, या सत्ताधारी नेता छूट के दायरे में आते हैं।
अब निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं कि वायरल वीडियो के बाद क्या दोबारा सख्त कार्रवाई होती है या मामला एक बार फिर ठंडे बस्ते में चला जाता है।








