रिपोर्ट – मुकेश कुमार
हल्द्वानी। उत्तराखण्ड में वन विभाग के अधिकारी एंव कर्मचारियों की मनमानी के मामले समाने आने लगी है। विभाग में कार्यरत अधिकारी एंव कर्मचारी वर्तमान तैनाती स्थल का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं।
शासन के स्थानांतरण के जारी आदेश के बाद भी सालों से एक कुर्सी पर जमे हुए हैं। कर्मचारी शासन के आदेश की जमकर अवहेलना कर रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारी चाहकर भी ऐसे कर्मचारियों का कुछ नहीं कर सकते।
ऐसा ही ताजा मामला तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर की टाड़ा रेंज का है। यहां वर्षो से तैनात उप वन क्षेत्राधिकारी के स्थानांतरण को लेकर बीते अगस्त की 22 तारीख को एक आदेश जारी हुआ था।
यह आदेश तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर के प्रभागीय वनाधिकारी उमेश चन्द्र तिवारी द्वारा जारी किया गया था, जिसमें तत्काल प्रभाव तैनाती के आदेश जारी किए गए। लेकिन डीएफओ के आदेश को दो महीने से अधिक का समय बीत चुका है फिर भी टाड़ा रेंज में तैनात उप वन क्षेत्राधिकारी दीवान सिंह रौतेला ने आदेश को ना मनाते हुए रेंज में जमे हुए हैं।
शासन के आदेशों की अवहेलना के चलते वन विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। वही उप वन क्षेत्राधिकारी द्वारा ना आदेश ना मनाना चर्चा का विषय बना हुआ है। देखते हैं कि वन विभाग इस मामले में आगे क्या कार्यवाही करता है।