हरिद्वार के नारसन में रहने वाले परिवार की सेंट्रो कार अल्मोड़ा जिले में दुर्घटनाग्रस्त होने से दुखद हादसा हो गया। 300 मीटर गहरी खाई में कार गिरने से दंपति सहित उनकी पुत्री की मौत हो गई। एसडीआरएफ व स्थानीय लोगों ने सोमवार देर रात्रि (12 घंटे तक) सर्च अभियान चलाया, दुर्घटना में मृतकों के शवों को रेस्क्यू कर गहरी खाई से निकाला बाहर। पुलिस को सूचना मिली कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देघाट में कार्यरत स्टाफ नर्स अपने पति एवं दो बच्चों के साथ सुबह 11 बजे रामनगर से देघाट के लिए चले थे, जो अभी तक देघाट नहीं पहुंचे है, किसी दुर्घटना की आशंका लग रही है।
इस सूचना पर तत्काल थानाध्यक्ष राहुल राठी द्वारा मार्ग में पड़ने वाले थाना सल्ट व थाना भतरौजखान को इस सम्बन्ध में सूचित किया गया।
सर्च एवं रेस्क्यू अभियान
थाना देघाट पुलिस टीम, चिकित्सालय के डॉक्टर एवं ग्राम प्रहरी, स्थानीय ग्राम प्रधान व स्थानीय ग्रामीणों द्वारा लोकेशन के आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। कुछ समय बाद एसडीआरएफ टीम भी सर्च अभियान के लिए मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीम लगातार पूरी रात्रि सर्च अभियान चला रही थी, सुबह करीब 5:30 बजे फोन के माध्यम से स्थानीय नागरिक द्वारा दुर्घटना के बारे में एवं गाड़ी गिरने के स्थान चचरोटी के संबंध में बताया। इसके पश्चात् नर्स शशि के पुत्र को सकुशल रेस्क्यू किया गया, जिसे हल्की खरोच आयी थी। सेंट्रो कार संख्या UK08-U-6028 चचरोटी से जंगल की तरफ 1 किलोमीटर आगे रोड से करीब 300 मीटर नीचे खाई में दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। इस दुर्घटना में स्टाफ नर्स शशि उनके पति मुनेन्द्र निवासी निजामपुर पो0 गुरुकुल नारसन थाना हरिद्वार व उनकी बेटी उम्र करीब 8 वर्ष की मौके पर मृत्यु हो चुकी थी, जिनके शवों को रेस्क्यू टीम द्वारा गहरी खाई से निकालकर ऊपर लाया गया।