देहरादून में प्रॉपर्टीयों पर धोखाधड़ी का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस गोरखधंधे में तथाकथित पत्रकार और सरकारी अधिकारी भी फंसते जा रहे हैं। ताजा मामला थाना कैंट क्षेत्र का है,जहां एक प्रोपर्टी के धोखाधड़ी से गिफ़्ट डीड बनाने और शिकायत पक्ष महिला के साथ छेड़छाड़ कर धमकी देने के आरोप में तथाकथित एक पत्रकार और MDDA में कार्यरत रहे असिस्टेंट इंजीनियर (AE) सहित तीन आरोपियों के खिलाफ धारा-354,384,420,504 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया हैं। बताया जा रहा है कि इस मुकदमें के मुख्य आरोपी अस्सिटेंट इंजीनियर (AE) ने कुछ महीने पहले देहरादून के एमडीडीए से अपना तबादला दूसरे जनपद में कर लिया था।
दर्ज मुक़दमें के अनुसार घटनाक्रम
थाना कैंट पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता अभय कुमार पुत्र केशव सिंह निवासी राजेन्द्र नगर,देहरादून ने अपनी तहरीर में बताया गया कि,मई 2023 में MDDA पर तैनात AE दिग्वीजय नाथ तिवारी कौलागढ़ रोड,शिरमौर मार्ग स्थित मेरे कॉम्प्लेक्स आये,और पार्किंग न होने का नोटिस दे गये. जब मैंने उनसे बात की तो वह कहने लगे की मुझे अपने काम में पाटनर बना लो तो मैं तुम्हारे खिलाफ एम०डी०डी०ए० से कोई कार्यवाही नहीं होने दूंगा.ऐसे में मैंने डर के मारे दिग्वीजय तिवारी से पार्टनरशिप करने के लिए अपनी फैब्रिक स्टार्टअप कंपनी की फ्रेंचाईजी देने में हाँ कर दी. शिकायतकर्ता अभय के अनुसार इसके बाद AE दिग्विजय तिवारी कहने लगे की मेरे पास कुछ पैसे पड़े है इन्हें जमीनों पर लगवा दो, जो भी फायदा होगा मुझे दे देना.ऐसे में दिग्वीजय के दबाव में आकर अपने एक परिचित से जमीन की सौदेबाज़ी हुई.लेकिन पेपर वर्क पूरे न होने के कारण सौदा सफल नहीं हुआ.. अभय के अनुसार वही दूसरी तरफ़ दिग्वीजय नाथ तिवारी ने उनको फैब्रिक स्टार्टड कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने पहले 04 और 08 सहित कुल 12 लाख रुपये दिए थे.जबकि 25 लाख रुपये उनकी पत्नी पायल को भी नगद देना बताया.लेकिन जब उनके बीच सौदा पुरा नहीं हुआ तो दिग्वीजय तिवारी पैसा मांगने का दबाव बनाने लगे.ऐसे में रुपये वापसी के लिए जब 6 से 7 महीनें का समय मांगा गया तो उन्होंने बोला की तुम अपने घर का एग्रीमेन्ट मेरे नाम करो तभी मैं तुम पर विश्वास करूगा.अभय के अनुसार उन्होंने तिवारी के बुलावे पर एग्रीमेन्ट के लिए एक दिन अपनी पत्नी पायल को कोर्ट भेज दिया.जहाँ दिग्वीजय तिवारी ने पायल को धोखे में रख एग्रीमेंट की जगह मकान का गिफ्ट डीड अपने परीचित आदित्य सिंह के नाम करवा लिया। अभय के मुताबिक इस धोखेबाजी का जब उन्हें पता चला तो उन्होंने दिग्वीजय तिवारी से गिफ्ट डीड कैंसिल करने को कहा तो उसने कहा की पहले झे 01 करोड 65 लाख रूपये दोगे,तभी में गिफ्ट डीड कैंसिल करूंगा। अभय के अनुसार इस सम्बन्ध में दिग्वीजय तीवारी ने दबाब देकर इतने ही रकम एक समझौतानामा भी लिखवा लिया। ऐसे में इस धोखेबाजी के संबंध में पत्नी पायल ने बीते 8 जनवरी 2024 को SSP देहरादून को सारी बातें बता प्रार्थना पत्र दिया था। अभय के मुताबिक इसी क्रम में सोमवार 31 मार्च 2024 की शाम के समय लगभग 7.30 बजे में वह अपनी पत्नी पायल के साथ जब उसी प्रार्थना पत्र के संबंध में कार्यवाही के विषय में जानकारी करने कैंट थाने आ रहा थे,तभी रास्ते में ONGC क्लब के पास में दिग्वीजय तीवारी और उनके एक अन्य साथी जिसका नाम शान्तनु बिष्ट हैं,उन दोनों उन्हें रोक कर पैसे लौटाने का दबाव बनाते हुए कहा कि हम तुम्हें और तुम्हारी पत्नी को कही का नहीं छोडेगे.क्योंकि हमारी पुलिस से बात हो गयी है.इतना ही नहीं तुझे और तेरी पत्नी को बहुत जल्द ही जेल भिजवा देंगे.अभय के अनुसार इस बात का जब उनके द्वारा विरोध किया गया तो,उनकी पत्नी का हाथ पकड़ बतमीजी से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए खिचातान की।