इनडाइरेक्ट रूप से ही सही भाजपा के सूबे के मुखिया महेंद्र प्रसाद भट्ट विवादित बोल वाले पूर्व मंत्री डॉ प्रेम चंद अग्रवाल का जब बचाव कर रहे थे, डॉ प्रेम को डिफेंस देते हुए भट्ट गैरसैण में जुटे आंदोलनकारियों पर ओफ्फेनसिव तक हो गए थे तो यह केमिस्ट्री आसानी से गले नहीं उतरी। किन्तु अब यमकेश्वर के मराल गांव के खैरखाल तोक में सड़क निर्माण हेतु बिना अनुमति पहाड़ कटान के चलते 158 क्यूब मीटर इनलीगल माइनिंग होने की पुष्टि से डॉ अग्रवाल-भट्ट के बिहाइंड द कर्टेन कनेक्शन से पर्दा उठ चुका है। दरअसल, इन दोनों सत्तावीरों के सुपुत्र उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए यमकेश्वर क्षेत्र में साझेदारी से एक होटल खोलने का इरादा रखते हैं, लिहाज़ा उक्त स्थल तक सड़क ले जाना निहायत ही जरूरी था। ऐसे में भगवा दल के सूरमाओं के इन पुत्रों ने आवश्यक अनुमति लेना भी मुनासिब न समझा। अब देखना है कि एक रेवेन्यू सब इंस्पेक्टर की आख्या पर यमकेश्वर परगना के एसडीएम क्या कार्रवाई करते हैं, वहीं गढ़वाल जनपद के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट “सत्तावीरों” के सुपुत्रों की इस इनलीगल एक्सरसाइज पर कितना कठोर एक्शन लेते हैं…!
यहां बता दे कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बेटों की साझेदारी में यमकेश्वर में बन रहे होटल के लिए सरकारी ज़मीन पर गलत तरीके से सड़क काटी गई है। जिसकी पुष्टि स्थानीय प्रशासन ने भी की है।