पत्रिका के कवर पेज पर छापा गया कार्टून
तमिलनाडु में लोकप्रिय तमिल पत्रिका आनंद विकटन की वेबसाइट (विकटन डॉट कॉम) को कथित रूप से ब्लॉक किए जाने के फैसले ने पत्रकारिता जगत में तीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी है। (AIM) एसोसिएशन ऑफ इंडिया मैगजीन्स, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया (EGI) जैसी संस्थाओं ने इस कदम की आलोचना करते हुए इसे “प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला” करार दिया है।
क्या है पूरा विवाद?
15 फरवरी को तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के. अन्नामलाई ने एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आनंद विकटन के डिजिटल प्लेटफॉर्म विकटन प्लस पर प्रकाशित एक राजनीतिक कार्टून को “आपत्तिजनक” बताया गया। इस शिकायत के तुरंत बाद, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने वेबसाइट की समीक्षा शुरू की और कथित तौर पर बिना किसी पूर्व सूचना के वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया।
इस व्यंग्यात्मक कार्टून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बगल में जंजीरों में जकड़ा हुआ दिखाया गया था।
यह हाल ही में अमेरिका से भारतीय प्रवासियों के निर्वासन से संबंधित संदर्भ को उजागर करता था, जिसमें आरोप था कि भारतीय नागरिकों को पारगमन के दौरान बेड़ियों में जकड़कर रखा गया।
पत्रिका के खिलाफ कार्रवाई पर सवाल
AIM ने MeitY की इस कार्रवाई पर गहरी आपत्ति जताई है और उचित प्रक्रिया के अभाव की ओर इशारा किया है। AIM के अनुसार, “शिकायत दर्ज होने के दिन ही MeitY द्वारा उठाया गया यह कदम प्रेस की स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन है। यह तब हुआ जब आईटी नियम 2021 पहले ही कानूनी जांच के दायरे में है और कई उच्च न्यायालयों व सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है।”