अल्मोड़ा। करीब एक दर्जन हत्याकांड में शामिल कुख्यात प्रकाश पांडे उर्फ पीपी उर्फ बंटी को कई मठों का उत्तराधिकारी बनाया गया है। गैंगस्टर प्रकाश पांडे 14 साल से प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद रहा है। वर्तमान में वह अल्मोड़ा जेल में बंद है। गुरुवार को हरिद्वार से आए थानापतियों ने उसे जेल में दीक्षा दिलाई। जहां उसे प्रकाशानंद गिरी नाम दिया गया। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के थानापतियों ने बताया कि जल्द पीपी को जलाभिषेक के बाद मंडलेश्वर की उपाधि दी जाएगी। गैंगस्टर पीपी को जेल में दीक्षा देने के बाद थानापति राजेंद्र गिरी ने अल्मोड़ा में प्रेस वार्ता कर बताया कि प्रकाश पांडे ने धार्मिक क्षेत्र में जाने की इच्छा जताई थी। विश्व हिंदू परिषद के कृष्णा कांडपाल की ओर से उनके पास प्रस्ताव आया था। जेल प्रशासन ने उन्हें अनुष्ठान की इजाजत नहीं दी। बाद में सामान्य तौर पर 11 लोगों के जाने की अनुमति मांगी गई थी लेकिन सिर्फ तीन लोगों को अंदर जाने की इजाजत मिली। मुलाकात के दौरान ही पीपी को पंचमणियों की ओर से कंठी माला, रुद्राक्ष माला और वस्त्र देकर उत्तराधिकारी घोषित किया गया। प्रकाश पांडे को अंसेश्वर मठ, मुनस्यारी के कामद मठ की जिम्मेदारी सौंप गई है।
गौरतलब है कि हल्द्वानी का प्रकाश पांडे 1994 में छोटा राजन गैंग के संपर्क में आया था। तभी से वह अपराध की दुनिया में दहशत का दूसरा नाम था। वर्ष 1998 और 2000 में वह दाऊद पर हमला करने कराची भी गया था। 2007 में शाहरुख खान से रंगदारी मांगने पर भी उस पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
दर्जन भर हत्या के मामले में वह आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और वर्तमान में हल्द्वानी जेल में बंद है। ऐसे में आजीवन सजा काट रहे कुख्यात को मंडलेश्वर बनाना कहां तक उचित है!