पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से कथित यूकेडी समर्थित प्रत्याशी आशुतोष नेगी की हार निश्चित मानी जा रही है।
जहां एक और खरबपती भाजपा समर्थित प्रत्याशी का सम्मान दाव पर है, वहीं दूसरी ओर अरबपति कांग्रेस समर्थित गणेश गोदियाल का अस्तित्व का भी सवाल है।
तीसरी ओर अंकिता भंडारी हत्याकांड को मुद्दा बनाने वाले यूकेडी समर्थित प्रत्याशी लखपति आशुतोष फाइट में नहीं हैं। कुल मिलाकर निष्कर्ष यही है कि आशुतोष दौड़ में नहीं है।
हालांकि अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर प्रदेश भर में सहानुभूति है, लेकिन यूकेडी इस मुद्दे को भुना नहीं सकी।
प्रदेश भर में शिक्षित बेरोजगारों की फौज है, अंकिता हत्याकांड का मामला और शिव प्रसाद सेमवाल की उत्तराखंड क्रांति दल से बेदखली का मामला सभी युवा जानते हैं। ऐसे में यूकेडी को चुनाव अपने पक्ष में भुनाना मुश्किल है। बहरहाल देखना दिलचस्प होगा कि इस गंभीर हत्याकांड को आशुतोष नेगी अपने पक्ष में भुनाने को कितने सक्षम होंगे!