चुनाव आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने पर तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (DGP) अंजनी कुमार को निलंबित कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार सुबह DGP ने राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश भागवत के साथ वोटों की गिनती के बीच हैदराबाद में राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अनुमुला रेवंत रेड्डी से मुलाकात की थी।
तेलंगाना के भी चुनावी नतीजे सामने आ गए हैं और यहां कांग्रेस को बहुमत मिला है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है लेकिन वोटिंग के दौरान राज्य कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात करना DGP को भारी पड़ गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (DGP) अंजनी कुमार को निलंबित कर दिया है।
चुनाव आयोग ने चीफ सेक्रेट्री को पत्र भेजकर तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक अंजनी कुमार को निलंबित करने की सिफारिश की है। सीएस बर्खास्तगी की कार्रवाई जारी करने की प्रक्रिया में हैं। बताया जा रहा है कि रविवार सुबह DGP ने राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश भागवत के साथ वोटों की गिनती के बीच हैदराबाद में राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अनुमुला रेवंत रेड्डी से मुलाकात करके उनको फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चुनाव आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए DGO अंजनी कुमार को निलंबित करने का आदेश दिया।
तेलंगाना में मुख्यमंत्री चेहरे की बात करें, तो कई ऐसे नेता हैं जिन्हें दावेदार माना जा रहा है. इनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, सांसद कैप्टन एन उत्तमकुमार रेड्डी और कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी और मल्लू भट्टी विक्रमार्क जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा मोहम्मद अजहरुद्दीन भी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। फिलहाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा। तेलंगाना में जीत का सबसे ज्यादा श्रेय रेवंत रेड्डी को मिल रहा है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे ज्यादा चर्चा रेवंत रेड्डी की है। रेवंत रेड्डी तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं और तेलंगाना में कांग्रेस के उन तीन लोकसभा सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने 2019 में जीत हासिल की थी. इस चुनाव में भी रेवंत तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के सामने विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।