प्रदेश परिवहन विभाग ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल में जाने वाले बच्चों के नाम व उनके अभिभावकों के मोबाइल नंबर की सूची लगाने के निर्देश दिए हैं इसके अलावा चालक को एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाना होगा जिसमें सभी अभिभावकों के मोबाइल नंबर दर्ज होंगे।
परिवहन परिवहन विभाग की ओर से स्कूली वाहनों के सत्यापन अभियान के तहत यह फैसला लिया गया है,कि सभी स्कूल वैन पर सर्वोच्च न्यायालय की ओर से दिए गए बच्चों के परिवहन सुविधा से जुड़े नियमों का एक स्टीकर भी लगाया जाए। अभियान के दौरान 2 दिन में 385 वालों का सत्यापन किया गया है।
पिछले दिनों स्कूली बच्चों के वाहन चालक द्वारा यौन शोषण का मामला प्रकाश में आने के बाद बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से परिवहन विभाग को वैन और उसके चालकों का सत्यापन करने के आदेश दिए गए थे। मंगलवार से देहरादून के परेड ग्राउंड में स्कूल वैन से शुरुआत करने का सत्यापन अभियान शुरू किया गया था।जिसमें 175 वैन और उसके चालकों का सत्यापन किया गया और दूसरे दिन बुधवार को 210 वैन व उसके चालकों का सत्यापन किया गया ।
यह अभियान दो शिफ्ट में चलाया जा रहा है। पहली शिफ्ट सुबह 8:00 बजे से 12:00 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक चलाई जा रही है। जिसमें आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी व एआरटीओ प्रवर्तन राजेंद्र विटारिया ने वाहनों की तकनीकी एवं भौतिक जांच की। चालकों को वैन की पूरी सफाई पर भी ध्यान रखने के लिए कहा गया है। अभियान में चालकों के नाम पत्ते सहित उनके मोबाइल नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड की छायाप्रति भी ली गई है, जिससे विभाग के पास वैन के नंबर व चालक का पूरा रिकॉर्ड रहेगा। आरटीओ ने बताया कि स्कूल वैन में बच्चों के नाम व अभिभावकों के मोबाइल नंबर की सूची लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं,ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में अभिभावकों से संपर्क किया जा सके।इसके साथ ही चालक जो व्हाट्सएप ग्रुप बनाएगा उसमें अभिभावकों को बच्चों के स्कूल पहुंचने पर और स्कूल से निकलते समय सूचना देगा। आज बृहस्पतिवार को भी अभियान जारी रहेगा।