चमोली के जिलाधिकारी डॉ सौरभ अग्रवाल ने सभी घोड़ा खच्चर का संचालन करने वाले पशु स्वामियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि बीमार व कमजोर घोड़ा खच्चरों से काम लिया गया तो उनके खिलाफ FIR दर्ज कराने के साथ-साथ अर्थदंड भी लगाया जाएगा। यात्रा मार्ग पर पशु चिकित्सक, अधिकारी और म्यूल टॉस्क फोर्स पशुओं की निगरानी करेगी। जिलाधिकारी ने आगे कहा कि किसी भी तरह की घोड़ा खच्चरों के साथ पशु क्रूरता न की जा सके के लिए निरंतर निगरानी रखी जाएगी और इसके लिए अधिकारियों को पूरी जानकारी व्हाट्सएप पर देने को कहा गया है। पशुपालन विभाग को निर्देशित किया गया है कि चिकित्सक के प्रमाण पत्र के आधार पर ही पशुओं का संचालन करने दिया जाए। इस मौके पर एसपी डॉ. विशाखा अशोक भदाणे, सीडीओ नरेश कुमार, सीवीओ डा. अशोक कुमार, प्रभारी अधिकारी मंजू राजपूत आदि मौजूद थे।
केदारनाथ की पैदल यात्रा करने वालों को 8 स्थानों पर मिलेगी घोड़ा खच्चर सुविधा
जिलाधिकारी डॉक्टर सौरभ अग्रवाल ने गौरीकुंड केदारनाथ पैदल मार्ग के लिए उप जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा पशु चिकित्सा अधिकारी को पोर्टेबल व्यवस्था के तहत मार्ग पर आठ स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं, जहां से घोड़ा खच्चर उपलब्ध हो सकें।एक बार में यहां 5 से 10 घोड़ा खच्चर उपलब्ध रहेंगे, जिनको धूप और बारिश से बचाने के लिए शेल्टर भी बनाए जाएंगे।