बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री और राजनेता जया प्रदा को चेन्नई की अदालत ने कई साल पुराने मामले में छह महीने जेल की सजा के साथ-साथ 5,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। यह फैसला अभिनेत्री के बिजनेस पार्टनर राम कुमार और राजा बाबू पर भी लागू होता है,उनको भी इस मामले में दोषी पाया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जया प्रदा अपने बिजनेस पार्टनर्स के साथ कुछ वर्ष पूर्व चेन्नई में एक मूवी थिएटर की मालिक थीं। लेकिन कुछ साल पहले आर्थिक घाटे के कारण उस मूवी थिएटर को बंद करना पड़ा था। थिएटर में काम करने वाले कर्मचारियों ने जयप्रदा पर कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) की राशि जो उनके वेतन से काटी गई थी, उसको नहीं लौटाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था।
यहां यह बताते हैं चलें कि जया प्रदा चेन्नई में एक थिएटर चलाती थीं, जिसको नुकसान के चलते उन्होंने बंद कर दिया था। थिएटर में काम करने वाले कर्मचारियों ने जया के खिलाफ आवाज उठाई और उनपर वेतन और ईएसआई के पैसे का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाया। उनका आरोप था कि सरकारी बीमा निगम को ईएसआई का पैसा नहीं दिया गया।
‘लेबर गवर्नमेंट इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन’ ने जया प्रदा और उनके सहयोगियों के खिलाफ चेन्नई के एग्मोर मजिस्ट्रेट कोर्ट में मामला दायर करते हुए यह सुझाव भी दिया कि उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को मान लिया है और मामला खारिज करने की मांग करते हुए बकाया राशि का भुगतान करने का वादा भी किया है। लेकिन अदालत ने ये अपील खारिज कर दी और जयाप्रदा को जुर्माने के साथ जेल की सजा भी सुना दी।
फिल्म इंडस्ट्री को छोड़कर जयाप्रदा राजनीति के क्षेत्र में उतरी थी। एक समय जयाप्रदा इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेसेस में से रही हैं, लेकिन उन्होंने अपने करियर की पीक पर 1994 में एक्टिंग छोड़ तेलुगू देशम पार्टी ज्वाइन करके राजनीति में कदम रखा था। लेकिन वहां उनकी दाल नहीं गली उसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। जिसके बाद वो पहले राज्यसभा सांसद और फिर लोकसभा सांसद बनीं. इसके बाद 2019 में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी।








