नैनीताल नगर पालिका द्वारा अपनी आय बढ़ाने के लिए लागू किए गए व्यवसाय शुल्क से अप्रत्याशित आमदनी होने से नगर पालिका में उत्साह का माहौल है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका द्वारा बीते दो माह में होटल, नौकाओं, रिक्शों, घोड़ों के संचालकों से लेकर होटल गाइडों सहित नगर में व्यवसाय करने वाले व्यापारियों से व्यवसाय शुल्क के तौर पर 29 लाख 27 हजार 426 रुपये वसूल किए गए हैं। नगरपालिका को व्यवसाय शुल्क से हर वर्ष 50 लाख से ज्यादा की आमदनी होने की उम्मीद है। यहां यह भी बताते चलें कि नगर पालिका बीते वर्ष से नगर में विभिन्न व्यवसाय करने वालों को व्यवसाय करने के दायरे में लाने की कवायद में जुटी थी। इस बारे में बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद पालिका ने व्यवसायियों के विरोध के बाद सहमति बनाते हुए इस पर गजट नोटिफिकेशन करा लिया है और अब इसे धरातल पर उतारने की कवायद तेज कर दी है।
पालिका के अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल ने बताया कि रिक्शा व नौकाओं के मालिकों के साथ चालकों, घोड़ा मालिकों, होटल गाइडों सहित हर तरह के व्यवसायियों से लाइसेंस शुल्क लिया जा रहा है। व्यवसाय शुल्क के तौर पर जमा धनराशि को नगर हित के कार्यो में ही खर्च किया जाएगा। उन्होंने नगर के हित में सभी व्यवसायियों से व्यवसाय शुल्क जमा करने का अनुरोध किया है।नैनीताल। 24 होटल से 39,620 रुपये, 221 चप्पू वाली नावों से 16 लाख 79 हजार 600 रुपये, 90 पैडल वाली नावों से 8 लाख 58 हजार रुपये, 334 चप्पू वाली नावों के चालको से 75 हजार 818 रुपये, 82 रिक्शा मालिकों से 82 हजार रुपये, 94 रिक्शा चालकों से 21 हजार 338 रुपये, 90 घोड़ा मालिकां से 1 लाख 30 हजार 50 रुपये, 82 पालतू कुत्तों के लाइसेंस से 41 हजार रुपये सहित कुल 29 लाख 27 हजार 426 रुपये व्यवसाय लाइसेंस शुल्क के तौर पर जमा किये गए।