रुद्रप्रयाग। विगत 25 अक्टूबर से चल रहे जखोली विकासखंड में कृषि, औधौगिक एवं पर्यटन विकास मेले के तीसरे दिन पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं पूर्व रुद्रप्रयाग विधायक हरक सिंह रावत मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत कर रहे हैं, हालांकि वह अभी पहुंचे नहीं है, वहीं चौथे दिन 28 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को आना है।
जिसको लेकर लोक निर्माण विभाग घबराया हुआ है।
दरअसल जखोली-मयाली मोटर मार्ग की जर्जर स्थिति किसी से छिपी नहीं है।
बीते 25 जुलाई को भाजपा से क्षेत्रीय विधायक भरत सिंह चौधरी ने मेले का उद्घाटन किया। जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से जखोली विकासखंड आते हुए ना तो उन्हें सड़क पर गड्ढे नजर आए ना ही लोक निर्माण विभाग को।
लेकिन 27 तारीख को हरक सिंह रावत और 28 को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के आने की खबर से लोक निर्माण विभाग में हड़कंप मच गया। रातों-रात पेवर मशीन (सड़क पर तारकोल-कंक्रीट बिछाने वाली मशीन) बुला दी गई और डामरीकरण शुरू किया गया। रातों-रात हॉट मिक्स प्लांट भी चालू किया गया।
इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि जो काम लोक निर्माण विभाग सत्तारूढ़ पार्टी के स्थानीय विधायक भरत सिंह चौधरी नहीं करवा सके,
वही लोक निर्माण विभाग पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के डर से कर रहा है।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता गिरीश नेगी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा है कि हरीश रावत और हरक सिंह रावत को हमेशा हमारे क्षेत्र में आना चाहिए, जिससे कि सड़कों की गुणवत्ता में सुधार हो।
वन विभाग भी हुआ अलर्ट
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पूर्व में वन मंत्री रहे थे, इसी बात से भयभीत वन विभाग ने भी कमर का कस ली। रुद्रप्रयाग वन प्रभाग की उत्तरी-दक्षिणी रेंज में भी हड़कंप मचा हुआ है। 2 दिन से मेले से नदारत वन विभाग के सभी कर्मचारी आज ‘सूट-बूट’ की वर्दी पहनकर मेले में शिरकत करने आए हैं।
जहां वन विभाग रात भर अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को फोन करता रहा, तो दूसरी ओर लोक निर्माण विभाग रात भर सड़क पेंटिंग करता रहा।
इस घटनाक्रम से सीधा संदेश जाता है कि रूद्रप्रयाग में अधिकारी सत्तारूढ़ विधायक से बैखौफ हैं और विपक्ष से खौफजदा।










