राज्य स्तरीय टेबल टेनिस निहार प्रतियोगिता में भेदभाव का आरोप लगाते पा को हुए टेनिस खिलाड़ी ने इनाम की रकम को वापस लौटा दिया। इसके साथ ही एम्पायर पर गलत फाउल देने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच करा कार्रवाई की जाएगी। ज्योर्तिमठ के टेनिस खिलाड़ियों ने राज्य स्तर पर हुई टेबल टेनिस प्रतियोगिता में भेदभाव का गंभीर आरोप लगाया है। इतना ही नहीं ज्योर्तिमठ की खिलाड़ी अदिति नेगी ने विरोध दर्ज कराते हुए इनाम की राशि को भी वापस कर दिया। कहा, 20 अगस्त से 23 अगस्त तक खेल निदेशालय उत्तराखंड के सौजन्य से हरिद्वार में राज्य स्तरीय टेबल टेनिस खेल प्रतियोगिता हुई। इस टीटी खेल प्रतियोगिता में आखिरी निर्णायक प्वाइंट पर एम्पायर के गलत फाउल देने का भी आरोप लगाया है।
सरकारी ज्योर्तिमठ टेबल टेनिस खेल प्रशिक्षण शिविर से पांच बालिका खिलाड़ियों ने समस्त राज्य में अंडर 17 आयु वर्ग में टीम स्पर्धा में गोल्ड मेडल्स प्राप्त किया है। अंडर 19 आयु वर्ग में मात्र एक प्वाइंट से पौड़ी जिले से ज्योर्तिमठ चमोली को हार का सामना करना पड़ा।
ज्योर्तिमठ के खिलाड़ियों के बताए अनुसार, उक्त टीटी प्रतियोगिता में गलत और भेदभाव पूर्ण अम्पायरिंग के चलते पहाड़ी क्षेत्र के प्रतिभावान बच्चों को मेडल मैच के आखिरी निर्णायक प्वाइंट पर एम्पायर द्वारा गलत रूप से फाउल दे दिया गया और दूसरी टीम को विजेता घोषित कर दिया गया।
ज्योर्तिमठ के खिलाड़ियों द्वारा अपने कोच और मैनेजर विजय कुमार को विरोध दर्ज करवाया गया, जिस पर कोच द्वारा आगे मौखिक विरोध दर्ज करवाया गया था। स्टेट टेबल टेनिस एसोसिएशन के प्रभावशाली पदाधिकारियों द्वारा नेशनल लेवल कोच और ज्योर्तिमठ के खिलाड़ियों पर गलत रूप से कार्यवाही करने और कॉन्ट्रेक्ट कोच ने नौकरी छोड़ने की बात कही गई और ज्योर्तिमठ के नेशनल लेवल कोच ने भी नौकरी से त्यागपत्र दे देने की बात कही।